नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व ने अपने कैडरों को निर्देश दिया है कि वे दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जी एन साईबाबा की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए सुरक्षाबलों पर हमले करें.
नक्सल हिंसा प्रभावित नौ राज्यों को भेजी एडवाइजरी (परामर्श) में गृह मंत्रालय ने कहा कि भाकपा-माओवादी ने अपने सशस्त्र कैडरों विशेषकर दंडकारण्य क्षेत्र के सशस्त्र कैडरों को निर्देश दिया है कि वे सुरक्षाबलों पर जवाबी कार्रवाई करें. भाकपा-माओवादी ने सार्वजनिक रुप से हालांकि इंकार किया है कि साईबाबा उसके संगठन का वरिष्ठ सदस्य है.
एडवाइजरी में कहा गया कि भाकपा-माओवादी ने नक्सल समर्थक कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों से भी आग्रह किया है कि वे साईबाबा की रिहाई के लिए दिल्ली और अन्य जगहों पर आंदोलन करें. कुछ अन्य संबद्ध कार्यकर्ताओं ने मीडिया में माओवादियों से सहानुभूति रखने वालों से संपर्क कर कहा है कि वे साईबाबा की शारीरिक विकलांगता को रेखांकित करने वाले और पुलिस जांच की नकारात्मकता के बारे में लेख लिखें.
गृह मंत्रालय ने ताजा खुफिया जानकारी का हवाला दिया है, जिसमें कहा गया है कि भाकपा-माओवादी का शीर्ष नेतृत्व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की गिरफ्तारी से अत्यंत व्याकुल है. मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षाबलों को कडी चौकसी बरतनी चाहिए और आने वाले कुछ हफ्तों में संभावित आईईडी हमलों के प्रति सचेत रहना चाहिए.