पठन-पाठन की उचित व्यवस्था नहीं
गोपी/विनोद
लोहरदगा : जिले में शिक्षा का हाल बेहाल है. यहां न तो जिला शिक्षा पदाधिकारी हैं और न ही जिला शिक्षा अधीक्षक. अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी का भी पद रिक्त है. जिले मे कई विद्यालय पारा शिक्षकों के भरोसे है. सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति क्या होगी. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कैरो प्रखंड क्षेत्र के सढ़ाबे राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में मात्र तीन पारा शिक्षक कार्यरत हैं. यहां नियमित शिक्षक एक भी नहीं हैं. सढ़ाबे में नामांकित बच्चों की संख्या लगभग 320 है. इस विद्यालय को उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय का दर्जा दिया गया है. विद्यालय में कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक की पढ़ाई होती है.
विद्यालय में पूर्व में दो सरकारी शिक्षक एवं तीन पारा शिक्षक कार्यरत थे, किंतु विगत दो तीन महीना पूर्व दोनों सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति अन्य विद्यालयों में कर दी गयी है. यहां तीन पारा शिक्षक हैं. विद्यालय में छात्रों को पेयजल सुविधा देने के उद्देश्य से दो चापानल लगाये गये हैं, लेकिन दोनों खराब पड़े हैं.