कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सोमवार को होने वाले लोकसभा के पांचवें और अंतिम चरण के चुनाव से पहले शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हमले के कई मामले सामने आये हैं. हमले का आरोप तृणमूल समर्थकों पर लगा है. पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाये गये हैं.
काशीपुर में हमला
रविवार सुबह 10.30 बजे के करीब काशीपुर इलाके के रतन बाबू रोड में माकपा जोनल कमेटी के अध्यक्ष कल्याण जमाद्दार पर कथित तृणमूल समर्थकों ने हमला कर दिया. उस समय वह दवा खरीदने जा रहे थे. बाइक पर सवार बदमाशों ने लोहे के रड से उनके सिर व पैरों पर कई वार किये. जख्मी हालत में उन्हें आरजीकर अस्पताल ले जाया गया. इलाके में शांति बहाली के लिए वहां पहुंचे असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर जियाउर रहमान पर भी हमला किया गया. हमलावरों को दबोचने के निर्देश के बावजूद थाने के ओसी मोहम्मद कमीमुद्दीन ने कथित तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की. शेष 11 पर
मतदान से पहले..
जिसकी जानकारी मिलने पर चुनाव आयोग ने पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ को ओसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बेलियाघाटा में भी हमला
शनिवार रात से रविवार सुबह तक समय-समय पर बेलियाघाटा इलाके में माकपा समर्थकों पर कथित तौर पर तृणमूल समर्थकों ने हमला किया. इस दौरान माकपा पार्टी दफ्तर में भी तोड़फोड़ की गयी. शनिवार रात एटक नेता नवल किशोर श्रीवास्तव पर जानलेवा हमला किया गया. इस घटना में उनकी आंखों पर गंभीर चोटें आयीं. इसके बाद रविवार सुबह फिर अचानक कथित तृणमूल समर्थकों ने आशीष दास नामक माकपा नेता पर रिवाल्वर से हमला किया. रिवाल्वर के बट से हमला करने से उनका सिर फट गया. पुलिस सभी मामले की जांच कर रही है.
बेलघरिया में तनाव
बेलघरिया में भी शनिवार को माकपा नेताओं पर जानलेवा हमले की घटना के बाद रविवार को दिन भर इलाके में तनाव व्याप्त रहा. घटना की खबर पाकर वरिष्ठ माकपा नेता अस्पताल पहुंच कर घायल माकपा समर्थकों से मिले. रविवार को दिन भर इलाके में पथावरोध किया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गयी.
टैक्सी यूनियन नेता ने हमले की जतायी थी आशंका
एटक के प्रदेश सचिव और टैक्सी व मेटाडोर संगठनों के वरिष्ठ नेता नवल किशोर श्रीवास्तव ने शुक्रवार को ही संवाददाता सम्मेलन कर हमले की आशंका जतायी थी. हमले की आशंका जाहिर करने के एक दिन बाद ही शनिवार रात उन पर हमला हुआ. हमले में वह घायल हो गये. उन्होंने इसके पहले भी चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक सुधीर कुमार राकेश से मिल कर वामपंथी समर्थकों पर हो रहे हमले की शिकायत की थी. उन्हें ज्ञापन भी सौंपा था. चुनाव प्रचार के दौरान धमकी पर कोलकाता पुलिस आयुक्त को भी पत्र लिखा था तथा धमकी दी थी कि यदि हमले जारी रहे तो परिवहन श्रमिक लालबाजार पुलिस मुख्यालय का अचानक घेराव करेंगे.