सासाराम (नगर) : प्रतिनियोजन रद्द कर मूल विद्यालय में शिक्षकों को भेजना विभाग के लिए अभी टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. डीइओ ऑफिस से निर्गत पत्र से बचने के लिए शिक्षक अब नये तरकीब खोजने में लग गये हैं. वैसे शिक्षक प्रतिनियोजन स्थल पर ही बने रहने के लिए एक बार फिर विभाग का परिक्रमा करने लगे हैं.
यहां तक की बीमारी का हवाला भी संबंधित बाबूओं को देने लगे हैं, ताकि उन्हें यथावत रखने का कोई अलग से पत्र निर्गत हो सके. यहां तक कि वैसे शिक्षक संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से भी डीइओ के नाम याचना पत्र लिखवाने में जुट गये हैं कि उनके यहां शिक्षकों की कमी है. इसलिए प्रतिनियोजन को रद्द नहीं किया जाये. ऐसी स्थिति में विभागीय अधिकारी का पत्र कितना कारगर होगा यह आने वाला वक्त ही पायेगा. क्योंकि, 25 प्रतिशत से अधिक वैसे शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम कर रहें जिसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को भी नहीं है. डिप्टेशन कराने के बाद सीधे वे स्कूल में ही योगदान कर लिये हैं.
इस संबंध में सासाराम के बीइओ देवेंद्र बहादुर माथुर ने कहा कि डीइओ के पत्र 354/3 मई 2014 को शिक्षकों से अक्षरश: पालन कराया जायेगा. प्रखंड में जितने भी शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम कर रहे हैं चाहे वह किसी भी प्रखंड के हैं उनका प्रतिनियोजन रद्द कर दिया गया है. वैसे शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द नहीं किया गया है जिन्हें विशेष परिस्थिति यानी कि जहां विद्यालय बंद है वहां प्रतिनियोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि आदेश का उल्लंघन करनेवाले शिक्षकों का वेतन रोक अन्य विभागीय कार्रवाई की जायेगी.