नयी दिल्ली: भाजपा ने आज इस बात पर खेद जताया कि इन चुनावों में उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के विवाह जैसे अत्यंत निजी मुद्दे का मखौल उडाने और राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास किया गया हालांकि मोदी ने सामाजिक उद्देश्यों के लिए निजी जीवन का परित्याग करने का आदर्श पेश किया था.
भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना यहां कहा, ‘‘यह संयोग ही था कि उस मखौल को उडाने वाले सबसे अग्रणी नेताओं में से एक स्वयं ही किसी के प्रेमपाश में पडे नजर आए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सामाजिक उद्देश्यों के लिए निजी जीवन का परित्याग करने के मोदी के आदर्श का मखौल उडाने का प्रयास किया गया.’’
मोदी द्वारा पत्नी का ‘परित्याग’ करने के मामले में दिग्विजय ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति ने अपनी पत्नी को उसके अधिकारों से वंचित रखा उस पर भरोसा कैसे किया जा सकता है. हालांकि कुछ ही दिन बाद यह कांग्रेसी नेता खुद एक ऐसी महिला से संबंधों के कारण सुर्खियों में आए जिसके अपने पति से तलाक की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है.
उल्लेखनीय है कि मोदी का 17 साल की उम्र में जशोदाबेन से विवाह हुआ था, लेकिन इस लोकसभा चुनाव से पहले तक उन्होंने इस तथ्य को कभी उजागर नहीं किया था. गुजरात से तीन बार चुनाव लडने के लिए भरे गए अपने नामांकन पत्र में उन्होंने विवाह संबंधी कालम को खाली छोडा. इस बार लोकसभा चुनाव के लिए हालांकि भरे गए अपने नामांकन पत्र में पत्नी के कालम में जशोदाबेन लिख कर पहली बार अपने विवाहित होने की बात स्वीकार की. मोदी द्वारा ‘परित्याग’ कर दिए जाने के बाद जशोदाबेन ने शेष जीवन अपने भाइयों के परिवार के साथ गुजारा.