बांकुड़ा लोकसभा सीट
कोलकाता : आदिवासी बहुल बांकुड़ा लोकसभा सीट से लगातार 10वीं बार जीतने के प्रयास में लगे माकपा के बासुदेव आचार्य के सामने इस बार चुनाव में अभिनेत्री मुनमुन सेन, कक्षा आठवीं पास ज्योतिष विनय चौधरी व डॉक्टर सुभाष कुमार सरकार हैं.
बांकुड़ा सीट पर माकपा की मजबूत पकड़ रही है और यहां से 72 वर्षीय आचार्य 34 साल से चुनाव जीत रहे हैं. उन्होंने पहली बार 1980 में चुनाव जीता था. श्री आचार्य के खिलाफ चुनाव मैदान में तृणमूल कांग्रेस की ओर से 60 वर्षीया मुनमुन सेन, कांग्रेस के नीलमाधव गुप्ता, बसपा के चौधरी और भाजपा के सुभाष सरकार हैं. सरकार स्त्रीरोग चिकित्सक हैं. दिलचस्प बात यह है कि झारखंड के हित का प्रतिनिधित्व करनेवाले चार प्रतिनिधि भी चुनाव मैदान में हैं.
उधर, आशंका जतायी जा रही है कि माओवादी, बांकुड़ा सीट पर सात मई को होनेवाले चुनाव में बाधा डालने के लिए जंगल महल इलाके में फिर से संगठित हो रहे हैं. लेकिन इससे उम्मीदवारों के उत्साह पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. इतनी गरमी में भी वे जनता के बीच प्रचार कर रहे हैं. वे जनसभाएं, रैलियां, घर-घर संपर्क अभियान चला रहे हैं. बांकुड़ा सीट पर 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद से राजनीतिक परिदृश्य काफी बदल गया है. 2009 के लोकसभा चुनाव में इस संसदीय क्षेत्र के सात में से छह विधानसभा क्षेत्रों में माकपा आगे थी और आचार्य एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीते थे.
लेकिन 2011 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल ने इस संसदीय क्षेत्र के सात में से चार विधानसभा क्षेत्रों पर विजय हासिल की. पिछले साल पंचायत चुनाव में भी ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी ने जिला परिषद की 46 में से 41 सीटें जीतीं. प्रख्यात अभिनेत्री दिवंगत सुचित्र सेन की बेटी मुनमुन सेन ने आचार्य के विकास दावों पर हमला किया है. अभिनेत्री को तृणमूल सरकार के कार्या के भरोसे जीत की आस है. लेकिन आचार्य कहते हैं कि उनका किसी व्यक्ति से मुकाबला नहीं है, वह तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ रहे हैं. ऐसी स्थिति में चाहे वह फिल्म कलाकार हों या अन्य कोई, उन्हें उससे फर्क नहीं पड़ता. उधर भाजपा प्रत्याशी डॉ सुभाष सरकार ने बाजी मारने की उम्मीद के साथ कहा कि वह अपनी जीत को लेकर आशान्वित हैं.