कोलकाता : मशहूर लेखक शेक्सपीयर का यह जुमला बहुत प्रसिद्ध है कि नाम में क्या रखा है. लेकिन पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव लड़ रहे बांग्ला फिल्मों के दो कलाकारों के नाम ही उनके लिए परेशानी की वजह बन गये हैं. दरअसल मतदाता उनके वास्तविक नामों और पर्दे के नामों की वजह से उलझन में पड़ रहे हैं.
जानीमानी अभिनेत्री सुचित्रा सेन की अदाकारा बेटी मुनमुन सेन का वास्तविक नाम श्रीमती देव वर्मा है वहीं मशहूर बांग्ला फिल्म अभिनेता देव का वास्तविक नाम दीपक अधिकारी है. ईवीएम में पार्टी के चुनाव चिह्नों के साथ दोनों ही उम्मीदवारों के वास्तविक नाम होंगे. दोनों तृणमूल कांग्रेस से मैदान में हैं.
स्थानीय पार्टी नेताओं के मुताबिक उन्हें आशंका है कि ईवीएम में प्रत्याशियों के वास्तविक नाम होने से कुछ मतदाता वोट डालते समय संशय में पड़ सकते हैं. 60 वर्षीय मुनमुन सेन ने बांकुरा में मतदाताओं से कहा, फिल्म, टीवी धारावाहिकों और जात्राओं में मुझे मुनमुन सेन के नाम से जाना जाता है. लेकिन मेरी मां ने मेरा नाम श्रीमती और मुनमुन दोनों रखा था. मेरे मतदाता पहचान पत्र पर श्रीमती देव वर्मा नाम है. मुनमुन सेन की अभिनेत्री बेटियां राइमा और रिया सेन भी अपनी मां के लिए प्रचार करते हुए उनके वास्तविक नाम पर जोर दे रहीं हैं. मुनमुन सेन ने स्वीकार किया कि यह एक मुद्दा है लेकिन कहा कि उनके प्रचार की शुरुआत के समय से पार्टी कार्यकर्ता मतदाताओं को उनके वास्तविक नाम के बारे में जागरक कर रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने कहा, न केवल लोग बल्कि हम भी इस बात से हैरान हैं कि उनका वास्तविक नाम मुनमुन सेन नहीं है. हम अपने प्रचार के दौरान इस बात का ख्याल रख रहे हैं क्योंकि लोगों को नये नाम से परिचित होने में समय लगता है. मैं लोगों को अचानक से यह नहीं कह सकता कि मुनमुन सेन का नाम मुनमुन सेन नहीं है. वह बांकुरा सीट से माकपा के मौजूदा सांसद बासुदेव आचार्य के खिलाफ चुनाव लड रहीं हैं.
पिछले कुछ सालों में पगलू, चैलेंज, और चंद्र पहर जैसी सुपरहिट बांग्ला फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता देव को भी इसी तरह की दिक्कत पेश आ रही है. वह पश्चिम मेदिनीपुर जिले की घातल सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. वह मानते हैं कि उनके कई कट्टर प्रशंसकों को भी नहीं पता कि उनका वास्तविक नाम दीपक अधिकारी है.