नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अर्थव्यवस्था तथा संप्रग शासन के दौरान किये गये विकास कार्यों का जायजा लेने के लिये योजना आयोग के पूर्णकालिक सदस्यों के साथ कल बैठक करेंगे.
आयोग के अध्यक्ष के रुप में सिंह की योजना भवन में यह अंतिम बैठक है. इसका उपयोग वह संप्रग सरकार की आर्थिक वृद्धि को गति देने तथा महंगाई नियंत्रित करने के लिये उठाये गये कदमों को लेकर पूर्व में विपक्षी दलों की आलोचनाओं का जवाब देने के रुप में कर सकते हैं. इस बैठक में सदस्य संप्रग सरकार द्वारा पिछले 10 साल में किये गये कार्यों के बारे में जानकारी दे सकते हैं.
ऐसी संभावना है कि सभी सदस्य सिंह को संप्रग शासन के एक दशक में सरकार के प्रदर्शन के बारे में जानकारी देंगे. आयोग का कार्यकाल सरकार के साथ समाप्त होता है और वे नई सरकार के आने के बाद अपना इस्तीफा देंगे. चुनावों के बाद बनने वाली नई सरकार योजना आयोग का नये सिरे से गठन करेगी. योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया के अलावा इसके सदस्य बी के चतुर्वेदी, सौमित्र चौधरी, सईदा हमीद, नरेंद्र जाधव, अभिजीत सेन, मिहर शाह, के कस्तुरीरंगन तथा अरुण मैडा हैं.
बैठक में योजना राज्यमंत्री राजीव शुक्ला के भी मौजूद रहने की संभावना है. बैठक का मकसद विभिन्न क्षेत्रों के बारे में सदस्यों की जानकारी का उपयोग करना और नई सरकार के समक्ष अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में संदेश देना है. अहलूवालिया, प्रधानमंत्री को देश के उर्जा परिदृश्य के अलावा व्यापक आर्थिक स्थिति से अवगत कराएंगे.