बागों का शहर हजारीबाग में गरमी बढ़ी
हजारीबाग : गरमी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं. तेज धूप से लोग बेहाल हैं. सड़क पर चलने वाले लोग तेज धूप से बचने के लिए चेहरे को रूमाल या कपड़े से ढक कर चल रहे हैं. पंखे जवाब देते नजर आने लगे हैं. हजारीबाग वासियों का कहना है कि अप्रैल में गरमी का यह हाल है तो मई-जून की गरमी में क्या होगा.
ज्यादा परेशानी फुटपाथ पर रहनेवालों को उठानी पड़ रही है. लोग दिन में पेड़ की छांव में बैठे रहते हैं. शाम को जब मौसम ठंडा होता है, तब वहां लौट कर आते हैं. गरमी बढ़ने के साथ ही लोगों का गला सूखने लगा है. ऐसे में जगह-जगह रूक कर लोगों को गला तर करना पड़ रहा है.
गरमी से लोग हो रहे हैं बीमार : गरमी बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में रोगियों की संख्या बढ़ गयी है. जिला मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में काफी संख्या में बुखार, जुकाम, खांसी, पेट दर्द व उलटी के रोगी अस्पताल पहुंच रहे हैं. चिकित्सक ने बताया कि सावधानी बरत कर रोग के चपेट में आने से बचा जा सकता है. उन्होंने धूप से बचाव करने के साथ खुले में बिकने वाली खाद्य सामग्री नहीं खाने की सलाह दी है. स्वच्छ पेयजल पीने व आसपास स्वच्छता रखने को कहा है. चिकित्सक ने कहा कि स्कूल के बच्चे गरमी से बचें.
बागों के शहर में गरमी बढ़ी : पर्यावरण विशेषज्ञ ने कहा कि पेड़ कटने के कारण मौसम में बदलाव आया है. आम लोगों को पर्यावरण सुरक्षा और अधिक से अधिक पेड़ लगाने की जरूरत है. हरियाली बढ़ाने से ही मौसम के मिजाज में बदलाव आयेगा.