धनबाद: धैया निवासी बालमुकुंद पाठक के पुत्र सतीश पाठक के दस हजार रुपये शनिवार को बरटांड़ में बदमाशों ने ठग लिये गये. सतीश के अग्रज मनीष पाठक ने बताया कि प्राथमिकी वह पुलिस में दर्ज करायेंगे.
ऐसे बनाया शिकार : जानकारी के अनुसार सतीश ने शनिवार को माधुरी पैलेस स्थित एसबीआइ शाखा से 10 हजार रुपया निकाले. रुपया निकालने के बाद वह नीचे उतरा. वहां पर एक आदमी फोन से बात कर रहा था. अचानक एक युवक दौड़ता हुआ आया और कहा कि इस रूमाल में पचास हजार रुपया है, रुपया चोरी का है. तुम इसे रख लो. रूमाल खोल कर पांच सौ रुपये की गड्डी दिखायी और कहा कि तुम्हारे पास जो दस हजार रुपये हैं उसे दे दो. मैं थोड़ी देर में आता हूं. इसके बदले तुम्हें 15 हजार रुपया दूंगा. फोन करने वाला युवक भी उसका सहयोग कर रहा था.
जल्दीबाजी में दोनों युवक उसका 10 हजार रुपया लेकर भाग गये. थोड़ी देर बाद दोनों युवक आये और सतीश को कंबाइंड बिल्डिंग के पीछे ले गये. उन लोगों ने उसके पास दिये रूमाल से पांच-पांच सौ के नोट निकाल लिये. अब रूमाल में नोट के साइज के कागज थे. उसके बाद दोनों उसे धमकी देते हुए फरार हो गये. सतीश को अब पता चला कि वह साजिश का शिकार हुआ है. उसने वहां पर तैनात टाइगर जवान को सूचना दी. लेकिन दोनों बदमाश नजरों से ओझल थे.
जरूरी काम से निकाले थे रुपये : सतीश की भाभी को बच्च होने वाला था. उस कारण सतीश को बैंक से रुपया निकालने के लिए बैंक भेजा गया था. झरिया मातृ सदन में भाभी भरती है. भाभी को लड़का हुआ है.