पटनाः शहर में फर्जी चेक के जरिये जालसाजी करने वाला गिरोह सक्रिय है. गिरोह पटना से धंधे का संचालन कर रहा है, लेकिन पटना पुलिस की पकड़ से दूर है. गिरोह की खास बात यह है कि यह चेक की क्लोनिंग कर दूसरा चेक बना लेता है और उससे पैसे निकालने में सफल हो जाता है. जब तक चेक फर्जी साबित होता है, तब तक जालसाज पैसे निकाल कर फरार हो चुके होते हैं. गिरोह इतना शातिर है कि जिस कंपनी या संगठन को जिस नंबर का चेक बैंक जारी करता है. उसी नंबर के चेक से पैसे की निकासी कर लेता है. घटना के बाद जब अनुसंधान शुरू होता है, तो पता चलता है कि उस नंबर का चेक कंपनी के पास ही है और उसे इश्यू नहीं किया गया था. बैंक के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि चेक मिलने के बाद उसकी सामान्य जांच होती है और भुगतान कर दिया जाता है.
केस 1
जालसाज ने एक्सिस बैंक से फर्जी चेक के माध्यम से तीन लाख पैंतीस हजार रुपये की निकासी कर ली थी. एसबीआइ की सीसीपीसी शाखा (क्लियरिंग हाउस)ने इस फर्जी चेक को पकड़ा था. इसके बाद एसबीआइ सीसीपीसी पटना मुख्य शाखा के सहायक महाप्रबंधक संजीव रंजन सहाय ने जालसाज आलोक राय (पितौंजिया, पंडारक) के खिलाफ गांधी मैदान थाने में जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पंडारक निवासी आलोक राय ने 14 फरवरी को एक्सिस बैंक में श्रीरामपुर कॉलेज,हुगली के प्रधानाचार्य के नाम से चेक जारी किया था. चेक की रकम तीन लाख पैंतीस हजार थी. चेक का क्रमांक 224043 था. सीसीपीसी शाखा के पदाधिकारियों ने इस संबंध में एसबीआइ श्रीरामपुर शाखा से जानकारी ली. शाखा ने श्रीरामपुर कॉलेज प्रबंधन से चेक के संबंध में जानकारी ली, तो पता चला कि इस नंबर का चेक उन्होंने जारी नहीं किया है. उस नंबर का चेक उनके पास ही है.
केस 2.
मुंबई की महिला जालसाज संगीता सामंत ने फर्जी चेक के माध्यम से टीआरएफ लिमिटेड कंपनी जमशेदपुर के खाते से नौ लाख पचास हजार निकाल लिया था.
खास बात यह है कि यह चेक इंडियन ओवरसीज बैंक से होते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा भी गया, लेकिन चेक को पास कर दिया गया. टीआरएफ कंपनी को जब खाते से राशि निकासी की जानकारी मिली, तो कंपनी ने उस नंबर का चेक प्रस्तुत कर दिया,जिससे निकासी हुई थी. घटना के प्रकाश में आते ही बॉब सिटी बैंक ऑफिस पटना मुख्य शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक सुनील कुमार ने श्रीकृष्णापुरी थाने में संगीता सामंत (एलबीएस मार्ग, मंडुप, मुंबई) के खिलाफ जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज करायी.