कानपुर : बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी यदि सत्ता में आयेंगे तो पूरा देश सांप्रदायिक दंगो की चपेट में आकर तबाह और बरबाद हो जायेगा क्योंकि मोदी ने गुजरात में अपनी सरकार में गोधरा दंगो के बाद पूरे राज्य को दंगे की चपेट में ला दिया था.
कानपुर में आज अकरबरपुर के लोकसभा प्रत्याशी अनिल शुक्ला वारसी, कानपुर शहर के प्रत्याशी सलीम अहमद तथा मिश्रिख लोकसभा के प्रत्याशी अशोक रावत के समर्थन में एक संयुक्त सभा में मायावती ने अपने आधे घंटे से अधिक भाषण में मुस्लिम समाज से अपील की कि मुस्लिम समाज के लोग कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट बरबाद न करें और न ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को अपना वोट दें क्योंकि इससे मुस्लिम वोट बैंक बट जायेगा और इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को मिल जायेगा.
उन्होने अपील की कि मुसलमान एकजुट होकर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवारों को अपना वोट दे क्योंकि पार्टी के प्रत्याशी के साथ ढाई से तीन लाख दलित और पिछडा वर्ग जुडा है और अगर इसमें मुस्लिम समाज का वोट जुड जायेगा तो भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जायेगी. बसपा नेता ने कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की जमकर आलोचना की.
चुनावी सभा में मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है जिसने वर्ष 2002 में गुजरात में अपनी ही सरकार में गोधरा दंगो के बाद पूरे प्रदेश को दंगे की चपेट में ला दिया था. अब यदि किसी तरीके से यह मोदी देश का प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो ऐसे व्यक्ति के रहते हुये अपना पूरा देश सांप्रदायिक दंगो की चपेट में आकर तबाह और बरबाद हो सकता है. आप लोगो को ऐसे व्यक्ति को देश के जनहित में केंद्र की सत्ता में आने से रोकना होगा.
उन्होंने कहा ‘‘इसके लिये देश के मुस्लिम समाज के लोगों की अहम भूमिका निभानी होगी. मुसलमान लोग यदि केंद्रीय सत्ता में आने से भाजपा को रोकना चाहते है तो आपको एक राय होकर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव में जिताना होगा.’’ मायावती ने प्रदेश की समाजवादी पार्टी पर कडा प्रहार करते हुये कहा कि जब तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में थी कानून व्यवस्था का राज था और कभी भी सांप्रदायिक दंगे नही हुये थे लेकिन आज उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में कानून व्यवस्था का राज नही बल्कि गुंडो माफियाओं और भ्रष्टाचारियों का राज है. इसी कारण यूपी में सांप्रदायिक दंगे, बलात्कार, लूट, चोरी डकैती अपहरण आदि की घटनायें बढती ही जा रही है.