रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू मैदान के पास यात्री शेड में 23 अप्रैल 2012 को पुंदाग के इलाही नगर में रहनेवाली एक महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी. यह मामला दो साल बाद भी ठंडे बस्ते में है.
इस चर्चित घटना के बाद अब तक तीन एसएसपी, तीन एसपी, तीन हटिया डीएसपी व चार थानेदार बदल चुके हैं, लेकिन इस चर्चित घटना पर किसी ने गंभीरता नहीं बरती. घटना को अंजाम देने का शक ऑटो चालकों पर था. पुलिस ने दस से अधिक ऑटो चालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया था. लेकिन ऑटो चालकों के विरोध और साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया था. कुछ दिनों तक महिला संगठनों व युवतियों ने कई सवाल किये थे. उस घटना के बाद आइजी संपत मीणा ने भी गंभीरता बरती थी, लेकिन किसी ने मामले को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश नहीं की. ज्ञात हो कि उस महिला को एक छात्र ने रिम्स पहुंचा था.
क्या था मामला
पुंदाग के इलाही नगर निवासी कुक की पत्नी एक ऑटो पर अरगोड़ा चौक जा रही थी. अकेले होने का लाभ उठा कर पांच ऑटो चालकों ने सहजानंद यात्री शेड में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. विरोध करने पर उसके गुप्त अंग पर वार किये गये थे. महिला काफी देर तक शेड में ही पड़ी हुई थी. अस्पताल ले जाने के बाद अत्यधिक रक्तश्रव के कारण चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
बंद हो गया केस : थाना प्रभारी
वर्तमान थाना प्रभारी पीके दास ने बताया कि उस केस में कोई सूत्र नहीं मिला. इस कारण केस को बंद कर दिया गया है. हमारे पहले वाले थाना प्रभारी अरविंद कुमार मामले का अनुसंधान कर रहे थे.