नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने जुलाई 2005 से मार्च 2009 के बीच एक महिला के साथ कथित तौर पर बार बार दुष्कर्म करने के आरोप को लेकर सुनवाई का सामना कर रहे बसपा सांसद धनंजय सिंह को आज 20 मई तक के लिए अंतरिम जमानत प्रदान कर दी.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरिता बीरबल ने सिंह को 50 हजार रुपए के निजी बांड और इतनी ही राशि के जमानत बांड पर जमानत दे दी. उच्चतम न्यायालय ने नौ अपै्रल को सिंह को अस्थायी जमानत दी थी ताकि वह उत्तर प्रदेश में जौनपुर लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर सकें. सिंह और उनकी पत्नी जागृति सिंह अपनी नौकरानी की हत्या के मामले में आरोपी हैं.
सत्र अदालत ने अपने आदेश में कहा कि शिकायकर्ता ने अभियोजन के मामले का समर्थन नहीं किया है और उन्होंने बयान में कहा है कि सिंह ने न तो उनके साथ दुष्कर्म किया था और न ही धमकी दी. शिकायतकर्ता एक रेलकर्मी है.
अदालत ने यह भी कहा कि अभियोजन के अन्य गवाहों जिनकी जांच की जानी है, या तो डाक्टर हैं या पुलिस अधिकारी हैं. यह अभियोजन का पक्ष नहीं है कि ये गवाह आरोपियों द्वारा प्रभावित हो सकते हैं. अदालत ने कहा कि इन सब को देखते हुए आरोपी को इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख यानी 20 मई तक जमानत दी जाती है.
अदालत ने उन्हें 50 हजार रुपये का निजी बांड और इतनी ही राशि की स्थानीय जमानत देने का आदेश दिया. अदालत ने सिंह पर शर्त लगायी है कि वह देश से बाहर नहीं जाएंगे तथा वह अभियोजन पक्ष के किसी गवाह से संपर्क करने का प्रयास भी नहीं करेंगे. जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सिंह के वकील ने अदालत से कहा कि उनके मुवक्किल को पहले ही उच्चतम न्यायालय से जमानत मिल चुकी है ताकि वह लोकसभा चुनावों के लिए अपने नामांकन दाखिल कर सकें.
उनके वकील ने यह भी कहा कि दुष्कर्म मामले में कथित पीडित ने भी सिंह के खिलाफ लगाये गये आरोपों का समर्थन नहीं किया है. सिंह जौनपुर से मौजूदा सांसद हैं.सूत्रों के अनुसार बंद कमरे में हुयी सुनवाई के दौरान 42 वषीय महिला का बयान पुलिस और मजिस्ट्रेट के सामने पहले दिए गए बयानों के विपरीत था. पूर्व के बयानों में महिला ने कहा था कि सिंह ने करीब चार साल तक बार बार दुष्कर्म किया.
महिला द्वारा दाखिल शिकायत का जिक्र करते हुए पुलिस ने आरोप लगाया था कि सिंह ने हथियारों का भय दिखाकर महिला के साथ बार बार दुष्कर्म किया और महिला को धमकी भी दी. सूत्रों के अनुसार महिला ने अदालत में अपने बयान में कहा कि उसने सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी क्योंकि वह उसके वैवाहिक जीवन में हस्तक्षेप करते थे.
महिला ने कहा कि 2009 में उसके पति ने तलाक संबंधी दस्तावेज भेज दिया था जिससे वह परेशान है. पुलिस ने अपने आरोपपत्र में तीन डाक्टरों सहित 13 लोगों के नाम अभियोजन के गवाहों के रुप में लिये हैं.सांसद और उनकी दंत चिकित्सक पत्नी जागृति सिंह को पिछले साल नवंबर में उनकी नौकरानी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद महिला ने सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी.