पटोरी/ मोरवाः शिउरा मेला में बुधवार को हुई घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि बीच गांव से 11 हजार वोल्ट का तार पार कराने एवं तार के काफी नीचे होने की शिकायत पूर्व में भी ग्रामीणों ने की थी. लेकिन विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया और इतनी बड़ी घटना घटी. यदि पहले ही सजग हुआ जाता तो ऐसी घटना नहीं होती.
विभाग पर प्राथमिकी
घटना के बाद मृतका के पिता मौजेलाल साह के आवेदन पर पटोरी थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है. जिसमें कनीय अभियंता, बिजली एसडीओ पर लापरवाही के कारण घटना होने का आरोप लगाया गया है.
माइक बना मौत का वाहक
10 वर्षीय कर्ण माइक से हेलो हेलो कर ग्राहकों को आमंत्रित कर रहा था. उसे क्या पता था कि यही माइक पूरे परिवार के लिए मौत का वाहक साबित होगा. माइक में प्रवाहित हाइवोल्टेज करंट ने पूरे परिवार को उजार दिया.
दो लाख का मुआवजा
मृतक के परिवार को बिजली विभाग की ओर से दो-दो लाख रुपये की राशि बतौर मुआवजा के रुप में मिलेगी. यह घोषणा एसडीओ ने की. उन्होंने बताया कि इसकी सूचना विभाग के जीएम को दे दी गयी है. विभाग की ओर से दो लाख की राशि प्रदान की जायेगी.
डीएसपी ने संभाली कमान
पूरे मामले से आक्रोशित लोगों ने पोस्टमार्टम कराने का विरोध किया. कैंप कर रहे डीएसपी सुरेंद्र कुमार ने मामले को समझा कर शांत कराया. साथ ही मुआवजे की घोषणा की. उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. शिउरा बिजली कांड में मारे गये हलवाई अवधेश साह के परिवार पर मानों पहाड़ टूट पड़ा है.
आठ बच्चों को अपने मेहनत से भरण पोषण करने वाला जौनापुर निवासी प्रयाग साह के मात्र एक पुत्र अवधेश साह ने मात्र तीन बच्चों की शादी की थी. पूनम, रूपा, पूजा, चंदा, काजल, राहुल सभी बच्चे अपने पिता के शव को लिपटते हुए चीत्कार रहे थे. हर की आंख नम हो गयी थी.वहीं जगन्नाथ साह के तीन बच्चे काजल, कंचन और कर्ण मां बाप दोनों के खोने से सुध बुध खो बैठे हैं.