ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में मलोगांव के मतदाता बूथ पर 100 प्रतिशत मतदान होता है, वजह इस बूथ पर केवल दो ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं. मलोगांव अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले का हिस्सा है, यहां से कुछ ही दूरी पर भारत से चीन की सीमा लगती है.
मलोगांव के बूथ पर केवल दो मतदाता जोहेलम तएंग और उनकी पत्नी सोकेला तएंग हैं. यहां से सबसे नजदीक गांव दस किलोमीटर दूर स्थित तिदिंग है. मलोगांव राज्य का सबसे छोटा मतदाता बूथ है.मुख्य चुनाव अधिकारी चंद्र भूषण कुमार कहते हैं, ‘‘मलोगांव के बूथ पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के लिए दस मतदानकर्मियों की एक टीम है, जिसमें सुरक्षा अधिकारी भी सम्मिलित हैं. बूथ तक पहुंचने के लिए टीम के साथ दस कुली भी होते हैं क्योंकि उन्हें कई किलोमीटर के दुर्गम रास्ते को पार करना होता है, जिसमें बीच में कई छोटी धाराओं, उबड-खाबड रास्तों और घने जंगल से गुजरना होता है.
यहां पहले सात घर थे लेकिन उनमें रहने वाले अधिकतर लोग इलाके के सडक से जुडे न होने के कारण पलायन कर गए. जिला चुनाव अधिकारी दुली कमदुक ने फोन पर बताया, ‘‘जब कुछ साल पहले यहां मतदान केंद्र बनाया गया था तब कुछ परिवार यहां रहा करते थे लेकिन पिछले कुछ समय में कई लोग यहां से पलायन करके पास के नगरीय क्षेत्र तेजू चले गए, जो कि लोहित जिले का मुख्यालय है.’’ मलोगांव बूथ अरुणाचल प्रदेश के हयुलियांग विधानसभा क्षेत्र और पूर्वी अरुणाचल संसदीय सीट का हिस्सा है. यह उन आठ बूथों में से एक है जहां दस से भी कम मतदाता हैं और उन 106 बूथों में से भी एक जहां 50 से कम मतदाता हैं.