धनबाद: बीस सालों से जलापूर्ति के मद में बीसीसीएल का माडा पर बकाया 3 करोड़ 76 लाख रुपये में से 2 करोड़ 62 लाख रुपये का भुगतान डेढ़ से दो सप्ताह के अंदर हो जायेगा. बीसीसीएल ने हाइकोर्ट में इस आशय का शपथ पत्र जमा किया है. शपथ पत्र में कंपनी ने तीन सप्ताह का समय मांगा था जिसमें एक सप्ताह का समय बीत चुका है.
क्यों नहीं हो रहा था भुगतान : धर्माबांध से पिट वाटर की आपूर्ति के मद में यह राशि बकाया है. बीसीसीएल का कहना था कि उक्त पिट वाटर चूंकि उसका है, फिर अपने ही जल के लिए वह क्यों भुगतान करे. जबकि माडा का कहना है कि वह उक्त भूमिगत जल को अपने खर्च से निकाल कर बीसीसीएल के विभिन्न एरिया में आपूर्ति करता है. यह बिल उसका वाजिब है, जिसका भुगतान कंपनी को करना पड़ेगा.
कहां खर्च होगी राशि
माडा के प्रबंध निदेशक रविंद्र सिंह ने बताया कि बीसीसीएल से मिलने वाली उक्त राशि का एक भी पैसा नियमित खर्च में नहीं लगेगा. उक्त राशि से कर्मियों की जरूरी मांगों को प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि इसके लिए तमाम विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिया गया है. बच्ची की शादी की तिथि नजदीक रहने, उच्च शिक्षा में अध्ययनरत बच्चे की पढ़ाई तथा घातक या अन्य बीमारी के इलाज के लिए कर्मी अपने विभाग में आवेदन करें. उसके लिए किसी की पैरवी या एमडी से मिलने की जरूरत नहीं है. विभाग से आवेदन लेकर प्राप्त राशि का यथासंभव भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा. साथ ही उक्त राशि से कोर्ट केआदेश के मद में जरूरी भुगतान भी किया जायेगा. इसके लिए विभाग में आवेदन पड़ना भी शुरू हो चुका है.