पटना : पहले चरण के लोकसभा चुनाव के तहत बिहार के नक्सल प्रभावित छह लोकसभा सीटों के लिए आगामी 10 अप्रैल को होने वाले मतदान के दौरान 46 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ सेना के दो हेलीकाप्टरों की सेवा ली जाएगी. बिहार के मुख्य सचिव ए के सिन्हा ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि बिहार में लोकसभा के प्रथम चरण के चुनाव में आगामी दस अप्रैल को छह लोकसभा सीटों सासाराम, काराकाट, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई के लिए होने वाले मतदान के दौरान 46 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ सेना के दो हेलीकाप्टरों की सेवा ली जाएगी.
लोकसभा चुनाव का माओवादियों के बहिष्कार के घोषणा की ओर इशारा करते हुए सिन्हा ने कहा कि सेना के हेलीकाप्टर चुनाव प्रक्रिया पर हवाई नजर रखने में मददगार साबित होगा.
उन्होंने कहा कि 46 हजार सुरक्षाकर्मियों में 237 कंपनी सुरक्षा बलों है जिसमें 163 अर्धसैनिक बलों की कंपनी तथा बाकी अन्य बिहार पुलिस की इकाईयों की तैनाती की जाएगी.
सिन्हा ने इसके अतिरिक्त 22 हजार होमगार्ड जवानों की तैनात किए जाने की बात करते हुए कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी.
आसन्न चुनाव के मद्देनजर की गयी अन्य तैयारियों की जानकारी देते हुए सिन्हा ने बताया कि भारतीय दंड संहिता के तहत 2.76 लाख लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गयी है जिसमें इन छह संसदीय क्षेत्रों के 47452 लोग शामिल हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 86463 लोगों से बांड भरवाया गया है जिसमें 41214 लोग इन छह संसदीय क्षेत्रों के शामिल हैं.