देवघर: गोड्डा संसदीय सीट के छह विधान सभा क्षेत्रों का भ्रमण के दौरान कई गांवों में पिछड़ापन साफ देखने को मिला. गोड्डा संसदीय क्षेत्र पूरी तरह से उपेक्षित है. उक्त बातें जदयू के गोड्डा प्रत्याशी डॉ राजवर्धन आजाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. डॉ आजाद ने कहा कि भारत में झारखंड सबसे पिछड़ा राज्य है. इसमें सबसे पिछड़ा इलाका गोड्डा संसदीय क्षेत्र है.
इस क्षेत्र के गांवों में पीने का पानी, स्वास्थ्य सुविधा व बिजली जैसी बुनियादी सुविधा नहीं है. युवकों के लिए रोजगार का कोई तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र तक नहीं है.
पिछले दिनों गरीबी के कारण मेरहमा में तालाब में घोंघा चुनने गयी छह बच्चियों की डूबकर मौत हो गयी. गोड्डा के कोयले से कहलगांव में बिजली बनती है, लेकिन गोड्डा के गांवों में बिजली नहीं रहती है. सिंचाई की कोई सुविधा नहीं है. डॉ आजाद ने कहा कि उनके पिता व भूतपूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद ने सिंचाई के लिए गंगा पम्प नहर योजना की शुरुआत करवायी थी. आज पुन: इस योजना पर काम चालू हुआ है. रोजगार के लिए कल-कारखानों की जरूरत है. इसके लिए जमीन पर मालिकाना हक की आवश्यकता है. यह एसपीटी एक्ट में संशोधन से संभव है. मैं अगर सांसद बना तो उद्योग व कारखानों के लिए एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रयास करुंगा.
उन्होंने कहा कि घर के लोगों का अपने परिवार के प्रति दर्द होता है. लेकिन बाहरी लोगों को इससे कोई मतलब नहीं रहता. गोड्डा की जनता बाहरी प्रत्याशी को छोड़ स्थानीय प्रत्याशी पर विश्वास जतायें. डॉ आजाद ने कहा कि वे स्थानीय प्रत्याशी हैं. उनका घर गोड्डा की धरती है. वे दिल्ली के सारे कार्य व नौकरी छोड़ अपने घर में सेवा करने आये हैं. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह, बृजभूषण राम, मनोज सिन्हा, डॉ एनडी मिश्र, शाह अब्दुल कादिर व गौर कुमार तंबोली आदि थे.