मुजफ्फरपुर: अखाड़ाघाट की मरम्मत के दौरान गड़बड़ी की जांच के आदेश दे दिये गये हैं. डीएम अनुपम कुमार ने तीन सदस्यीय टीम से जांच कराने का फैसला लिया है. टीम में अपर समाहत्र्ता (राजस्व), पूर्वी एसडीओ व आरडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता को शामिल किया गया है. अखाड़ाघाट पुल को शहर की लाइफ लाइन माना जाता है.
पुल के जजर्र होने पर इसकी मरम्मत के लिए एक करोड़ 43 लाख का इस्टीमेट बनाया गया था. इसमें पुल की बैरिंग बदलने व दरार (क्रैक) की मरम्मत की जानी थी. मरम्मत का काम आइआइसी कंपनी को दिया गया है.
24 से बंद है परिचालन : मरम्मत को लेकर 24 मार्च से मरम्मत कार्य शुरू किया गया. इसको लेकर पुल पर आवागमन का मार्ग बंद कर दिया गया, लेकिन पुल मरम्मत कार्य को लेकर उंगली उठने लगी. जिस तरह से मजदूरी व राजमिियों से पुल की मरम्मत का काम कराया जा रहा था, उसे लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया. स्थानीय लोगों का साथ शेखपुर संघर्ष समिति ने दिया. गड़बड़ी की बात सामने आने पर प्रभात खबर ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसके बाद ही इसकी जांच की तैयारी हो शुरू हो गयी थी और डीएम अनुपम कुमार ने जांच के निर्देश दे दिये. अब जांच के दौरान अधिकारी इस बात का पता लगायेंगे. मरम्मत व इस्सीमेट में कुछ गड़बड़ी तो नहीं की गयी है.