धनबाद: टाटा कंपनी के वाहनों के विक्रेता डायनेस्टी ऑटो, जमशेदपुर से 2.62 करोड़ की ठगी की गयी है. शो रूम खरीद कर लेन-देन में गड़बड़ी का आरोप है. डायनेस्टी ऑटो के डायरेक्टर अनिल कुमार की शिकायत पर बैंक मोड़ थाना में रखा कॉपर प्रोजेक्ट निवासी दमेंद्र ओझा, डायनेस्टी ऑटो के जेनरल मैनेजर रहे किरण कुमार को नामजद किया गया है.
डायनेस्टी ओटो का कॉरपोरेट ऑफिस धनबाद में है, जिसके डायरेक्टर अनिल कुमार हैं. अनिल का आरोप है कि अगस्त से ही दमेंद्र ओझा शास्त्री नगर धनबाद ऑफिस में आकर जमशेदपुर का शो रूम खरीदने का प्रस्ताव देते रहे. शो रूम के तत्कालीन जीएम किरण कुमार के साथ वह धनबाद आकर बातचीत करते थे. तकनीकी कारणों से से डायनेस्टी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड को बेचना संभव नहीं था. केयर-टेकर के रूप में दमेंद्र ओझा को एक सितंबर को जमशेदपुर स्थित व्यवसाय को हैंड ओवर टेक ओवर कर दिया.
अनिल का कहना है कि हैंडओवर करते समय एसेट्स-व्यवसाय का मूल्य कुल पांच करोड़ 87 लाख 69 हजार 819 रुपये आंका गया. तकनीकी कारणों से बैंक खाता व अन्य कागजात दमेंद्र के नाम से नहीं किया जा सकता था. तय हुआ अनिल कुमार द्वारा ही बैंक खाता का संचालन किया जायेगा. इसका हिसाब दोनों के बीच बैंक की तरह कंप्यूटर में बनेगा जो दोनों पक्ष को मान्य होगा. पांच करोड़ 87 लाख 69 हजार 819 रुपये में दमेंद्र ओझा ने दो चेक के माध्यम से एक करोड़ रुपये दिये. दिसंबर तक उन्हें पूरा भुगतान करना था. लेकिन फरवरी तक राशि भुगतान नहीं हुआ.
डायरेक्टर का कहना है कि दमेंद्रओझा व शो रूम के जीएम पर संदेह हुआ तो तीन मार्च को जमशेदपुर जाकर छानबीन की. पता चला कि डायनेस्टी ओटो प्राइवेट लिमिटेड का पार्टनरशिप एकाउंट खोल कर गाड़ियों की मरम्मत व बिक्री से प्राप्त दो करोड़ 62 लाख 73 हजार 556 रुपये, जो मुङो मिलना था, हड़प लिया गया.
मांगने पर जान मारने की धमकी दी गयी. धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद अपना व्यवसाय वापस ले लिया. पता चला कि जो कंप्यूटराइज्ड एकाउंट खुला था उस पर शेष राशि 9 करोड़ चार लाख 40 हजार 491 रुपये था जो व्यवसाय के मूल्यांकन के रूप में मिलना चाहिए था. लेकिन मिला केवल छह करोड़ 41 लाख 66 हजार 935 रुपये ही. इस तरह दो करोड़ 62 लाख 66 हजार 73 हजार 556 रुपये अमानत में खयानत कर दमेंद्र ओझा द्वारा हड़प लिया गया.