भागलपुर: वित्तीय वर्ष के समाप्त होने पर विभिन्न विभागों की ओर से लगभग 25 करोड़ रुपये की राशि सरेंडर की गयी. इनमें गंगा पंप नहर योजना, कहलगांव सबसे अधिक करीब 10 करोड़, क्षेत्र यंत्र प्रमंडल के करीब 8.5 करोड़ रुपये व मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने करीब सवा दो करोड़ रुपये की राशि सरेंडर की. जिला कोषागार पदाधिकारी मुंद्रिका प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि विभिन्न कार्य प्रमंडल द्वारा अधिक व बड़ी राशियां सरेंडर की गयी. वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में जिला कोषागार से सामान्य से दोगुना विपत्रों को पारित किया गया.
आमतौर पर कोषागार में प्रतिमाह करीब ढ़ाई से तीन हजार विपत्र भुगतान के लिए आते हैं, लेकिन इस माह करीब साढ़े छह हजार विपत्र भुगतान के लिए आये.
वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन सोमवार को सभी विपत्रों को पारित कर दिया गया. जिला कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि उनके पास एक भी विपत्र नहीं बचा. कुछ आपत्ति व अलॉटमेंट क्लियर नहीं होने के कारण लगभग दर्जन भर विपत्र को वापस किया गया. बजट व आवंटन के अनुकूल विपत्रों का भुगतान हो, इसके लिए सभी विपत्रों को गहनता से जांच के बाद ही पारित किया गया.