बोधगया : महाबोधि मंदिर में घुसने का प्रयास करते बॉर्डर सिक्यूरिटी फोर्स (बीएसएफ) की वरदी पहनी एक युवती व एक युवक को पुलिस ने रविवार की दोपहर पकड़ा. युवती की पहचान सासाराम के चंदपुरी थाने के बलुआही के रहनेवाले संत पासवान की बेटी रिया कुमारी और युवक की पहचान सासाराम के सागर थाने के चौकी नंबर एक इलाके के रहनेवाले लक्ष्मण शर्मा के बेटे शंकरदयाल शर्मा के रूप में हुई है.
बोधगया थाने में दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस पदाधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर बीएसएफ की वरदी में युवती महाबोधि मंदिर में क्यों प्रवेश कर रही थी?
पुलिस पकड़ में आये शंकरदयाल शर्मा ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि उसके इलाके के सैप के दो जवान रंजीत प्रसाद व दिव्यांशु प्रसाद के इशारे पर युवती की नौकरी बीएसएफ में दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये लिये थे और रुपये सैप के जवानों को दे दिये. इनमें तीन हजार रुपये जवानों ने उसे दिये और युवती को महाबोधि मंदिर घुमाने की बात कही.
सासाराम से एक कार रिजर्व कर युवती को बोधगया घुमाने लाया था. सैप के जवानों ने ही युवती को बीएसएफ की वरदी मुहैया करायी थी और कहा था कि उसकी नौकरी बीएसएफ में लग गयी है. इस संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही सारी बातें सामने आ जायेंगी.