कन्नूर : उत्तरी केरल के कन्नूर में लोकसभा चुनाव के लिए निर्वतमान कांग्रेस सासद के. सुधाकरन और माकपा की पीके श्रीमति के बीच कांटे का मुकाबला है. जहां सुधाकरन को निर्वाचन क्षेत्र में किये गये अपने काम के जरिए जीत का भरोसा है वहीं श्रीमति को सत्ता विरोधी पहलू के कारण यह सीट वाम गठबंधन की झोली में जाती हुयी दिख रही है. सत्तारुढ संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा और वाम लोकतांत्रिक मोर्चा दोनों के लिए यह संघर्ष महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि जहां एक ओर सुधाकरन केरल में कांग्रेस के सबसे आक्रामक चेहरा हैं वहीं श्रीमति माकपा की वरिष्ठ महिला नेता और पार्टी की केंद्रीय समिति की सदस्य हैं.
दोनों राज्य में मंत्री पद पर आसीन रह चुके हैं और निर्वाचन क्षेत्र में इनकी मजबूत पकड है. अपनी सीट बचाने में लगे सुधाकरन को निर्वाचन क्षेत्र में किये गये विभिन्न विकास परियोजनाओं का सहारा है, जिन्हें उन्होंने अपने क्षेत्र में पूरा करने का दावा किया है. जोरदार प्रचार कर रहे सुधाकरन को पार्टी का पूरा समर्थन हासिल है. वह क्षेत्र में मार्क्सवादी हमले का विरोध करने में आगे रहे हैं, जिसे अक्सर होने वाले राजनीतिक संघर्ष ने हिला कर रख दिया है. सुधाकरन ने यह सीट 2009 में माकपा के प्रत्याशी केके रागेश को 43,151 मतों से हरा कर जीती थी. प्रखर वक्ता माकपा प्रत्याशी श्रीमति पार्टी की महिला शाखा एडवा से आगे आयी हैं.