पटना: स्कूलों में प्रैक्टिकल एग्जाम लिया जा रहा है. लेकिन, जब मार्क्स फाइल ही स्कूलों में नहीं भेजी जायेगी, तो प्रैक्टिकल के अंक कैसे जुड़ेंगे. मैट्रिक के मूल्यांकन की तैयारी पर भी असर पड़ा है. कॉपी जांच के लिए मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के भेजने का काम बीच में ही बाधित हो गया है. यह सब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कर्मियों के आंदोलन के कारण हुआ है.
सफल रही कलमबंद हड़ताल : कर्मियों का कहना है कि जब तक मांगें नहीं मानी जायेंगी, तब तक बोर्ड का कोई भी काम नहीं होगा. शुक्रवार को काला बिल्ला बांध का विरोध करने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कर्मचारी संघ के आह्वान पर कर्मियों ने शनिवार को कलम बंद हड़ताल की. अब कर्मचारी संघ 24 मार्च से काम का अनिश्चितकालीन बहिष्कार करेंगे. इस संबंध में कर्मचारी संघ के महामंत्री विकास कुमार ने बताया कि शनिवार को कलम बंद हड़ताल पूरी तरह सफल रही. बोर्ड के तमाम 166 कर्मचारी अनिश्चितकालीन बहिष्कार में शामिल होंगे. इसका मैट्रिक के मूल्यांकन पर असर पड़ेगा. ज्ञात हो कि मैट्रिक में साइंस और सोशल साइंस में 20-20 अंक का प्रैक्टिकल एग्जाम होता है.
मूल्यांकन पर भी असर : गौरतलब है कि मैट्रिक की सैद्धांतिक परीक्षा के बाद प्रैक्टिकल की परीक्षा शुरू हुई. साथ ही 29 मार्च तक तमाम स्कूलों से प्रैक्टिकल का अंक बोर्ड ऑफिस आ जाना था. इसके लिए तमाम स्कूलों को निर्देश भी दिये जा चुके हैं.
लेकिन, बोर्ड कर्मियों के आंदोलन की वजह से मामला अटक गया है. बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार एक तरफ जहां मूल्यांकन कार्य रूक गया है, वहीं दूसरी ओर प्रैक्टिकल अंक के लिए अभी तक किसी भी स्कूल में मार्क्स फाइल नहीं भेजी गयी है. इस कारण समय पर प्रैक्टिकल एग्जाम के मार्क्स बोर्ड के पास नहीं आ पायेंगे.