जमशेदपुर: सीजीपीसी के प्रधान सरदार इंदरजीत सिंह ने पदाधिकारियों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करने के आरोप में गुरमुख सिंह मुखे को एक साल के लिए सीजीपीसी से निलंबित कर दिया है. उक्त निर्णय शनिवार को सीजीपीसी कार्यालय में आयोजित बैठक में लिया गया.
जबकि झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि मानगो गुरुद्वारा के होनेवाले चुनाव में मुखे की जीत को सुनिश्चित देख उसे डैमेज करने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि सीजीपीसी के अंतर्गत 34 गुरुद्वारा, तीन संस्थाएं हैं.
इसलिए किसी भी निर्णय के लिए टू थर्ड मेजोरिटी होना जरूरी है.साथ ही पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है. यह समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है. सीजीपीसी की बैठक में अकाली दल, स्त्री सत्संग सभा के अलावा दो दर्जन से अधिक गुरुद्वारा कमेटी और स्थानीय लोग शामिल नहीं थे. इधर सिख संगत में इस बात की चर्चा है कि गुरमुख सिंह मुखे सीजीपीसी पद का दावेदारी करना चाहते हैं, जिसकी संभावना को देखते हुए उसे सीजीपीसी के दूर रखने की साजिश रची जा रही है.
सोनारी गुरुद्वारा कमेटी को नोटिस
सोनारी गुरुद्वारा कमेटी प्रबंधन से जिला सहकारिता पदाधिकारी ने रोक के बावजूद चुनाव कराये जाने के मामले में जवाब तलब किया है. दो दिनों में जवाब नहीं सौंपने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है.