तोकियो : जापान ने आज कहा कि क्रीमिया को यूक्रेन से अलग करने के रुस के ‘‘गलत ’’ कदम के खिलाफ वह रुस पर प्रतिबंध लगाएगा.रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सप्ताहांत में हुए जनमत संग्रह के बाद कल क्रीमिया को स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता देने वाले आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया. यह जनमत संग्रह क्रीमिया को यूक्रेन से अलग कर रुस के साथ मिलाने के संबंध में किया गया था. रुस के इस कदम ने शीत युद्ध के बाद पूर्व और पश्चिम के देशों के बीच उभरे संकट को हवा दे दी है.
जापान के विदेश मंत्री ने आज अपने बयान में कहा, ‘‘यह खेदजनक है कि रुस ने क्रीमिया के स्वायत्त गणराज्य को स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता दी है. यह कदम यूक्रेन की संप्रभुता और उसकी अखंडता का उल्लंघन करता है.’’ इसमें यह भी कहा गया है, ‘‘जापान रुस को वीजा नियमों में ढील देने के संबंध में जारी वार्ता को रद्द कर देगा और अब वह नए निवेश समझौतों व अंतरिक्ष कार्यक्रमों पर भी बातचीत शुरु नहीं करेगा. इसके अलावा जापान रुस के साथ जोखिम भरे सैन्य अभियानों संबंधी संधि पर भी आगे नहीं बढेगा.’’
अमेरिका और यूरोप ने कल रुस के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की थी. व्हाइट हाउस का कहना है कि शीत युद्ध के बाद से रुस के खिलाफ यह सबसे कडा प्रतिबंध होगा. हालांकि अभी तक पुतिन ने अपने कदम पीछे खींचने के संकेत नहीं दिए हैं और क्रीमिया के मॉस्को समर्थित अधिकारी रविवार के जनमत संग्रह के नतीजों पर तत्काल काम करने की योजना बना रहे हैं. जनमत संग्रह में 96 फीसदी लोगों ने रुस के साथ मिलने का पक्ष लिया है.