भागलपुर: जब तक मुङो जमीन नहीं मिलेगी, तब तक मैं शादी नहीं करूंगा. मुङो पहले जमीन दो, फिर शादी के फॉर्म पर दस्तखत करेंगे. यह कहना था काली दास टोला, पीरपैंती निवासी दूल्हा चंदन कापरी का. शुक्रवार को चंदन अपनी प्रेमिका नीलम से शादी करने से लिए कोर्ट आया था. दोनों का एक साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा है. लेकिन कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही चंदन ने दहेज में जमीन की मांग कर दी.
लड़की पक्ष कोर्ट में आग बबूला हो गये और हंगामा करने लगे. जमीन के कारण चंदन और नीलम की शादी रुक गयी. हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची और चंदन को हिरासत में ले लिया. पीछे-पीछे उसकी होनेवाली पत्नी नीलम भी थाना पहुंची गयी. नीलम ने बताया कि शादी से पहले ही चंदन के साथ वह पति-पत्नी की तरह रहने लगी थी. उसकी शादी चंदन से नहीं होगी तो वह कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगी. पुलिस पसोपेश में पड़ गयी.
चंदन को हड़काया और कहा कि शादी करो नहीं तो केस कर जेल भेज देंगे. पुलिस की हुड़की के बाद लड़का शादी को राजी हो गया. तुरंत कोतवाली थाना के सामने अन्नपूर्णा मंदिर में चंदन और नीलम की शादी हुई. पंडित विद्यानंद शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चर के साथ शादी की रस्म पूरी करायी. शादी के बाद लड़का-लड़की दोनों को थाने में बांड लिखवाया गया. इस मौके पर लड़का पक्ष से उसके पिता अंबिका कापरी, मां समरो देवी, लड़की पक्ष से उसकी मां सरस्वती देवी, बहन जुगेश मंडल, बड़ी बहन सविता देवी आदि मौजूद थीं.