बोकारो: धनबाद के थाना हरिहरपुर, ग्राम कोरकाट्टा निवासी विवाहिता डॉली ठाकुर की मौत बुधवार की रात को बोकारो जेनरल अस्पताल में हो गयी. डॉली के पिता चास मु. थाना क्षेत्र के ग्राम गोमतीडीह निवासी अनिल नापित के बयान पर हरिहरपुर थाना में दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
मामले में पति संतोष उर्फ नारायण ठाकुर, देवर रवि ठाकुर उर्फ रोहन ठाकुर, सास, ससुर भुवनेश्वर ठाकुर व ननद आशा देवी को अभियुक्त बनाया गया है. डॉली का विवाह 26 अप्रैल 2012 को संतोष के साथ हुआ था. विवाह के बाद संतोष को रेलवे में चतुर्थ वर्ग के पद पर नौकरी मिली.
शादी के एक माह बाद ससुराल वाले पल्सर बाइक व डेढ़ लाख रुपये की मांग कर प्रताड़ित करने लगे. दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया. किसी तरह समझा बुझा कर विवाहिता को फिर से ससुराल भेजा गया, लेकिन इसके बाद भी प्रताड़ना का दौर चलता रहा. इस बीच संतोष को रेलवे में नौकरी मिल गयी.
नौकरी के समय डॉली के पिता ने कर्ज लेकर एक लाख 80 हजार रुपया दिया था. डॉली अक्सर अपने मायके फोन कर ससुराल वालों द्वारा हत्या कर देने की आशंका जाहिर करती थी. 11 मार्च की रात डॉली ने अपने मायके फोन कर ससुराल वालों द्वारा मारपीट करने की जानकारी दी थी. इस बीच उसका फोन ससुराल वालों ने छीन लिया. 12 मार्च सुबह डॉली के पिता हरिहरपुर गये, तो वह गंभीर रूप से झुलसी हुई थी. ससुराल वाले उसे इलाज के लिए बोकारो जेनरल अस्पताल भरती करायें. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.