जमशेदपुर: टाटा स्टील मैनेजमेंट डेवलपमेंट सेंटर (टीएमडीसी) ने अपनी सेवा के 50 साल पूरा कर लिया है. टाटा स्टील के अधिकारियों और कर्मचारियों को अधिकारी बनाने में सेंटर का अहम योगदान रहा है. प्रबंधकीय क्षमता बढ़ाने की दिशा में संस्था लगातार काम कर रहा है. एक्सएलआरआइ के सहयोग से इसका संचालन किया जाता रहा है. चाहे मानव संसाधन का मामला हो या फिर प्रबंधकीय क्षमता या फिर संकट से उबरने का गुर, संस्थान ने टाटा स्टील को शैक्षणिक तौर पर मजबूती दी है.
1954 में हुई थी स्थापना:टीएमडीसी में वर्ष 1954 में सबसे पहले स्टाफ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का संचालन शुरू हुआ था. इसके बाद इसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. संस्थान में दूसरी कड़ी तब जुड़ी जब फोरमैनशिप एंड सुपरविजन की ट्रेनिंग शुरू की गयी है. इसके जरिये कई तरह की ट्रेनिंग दी जाने लगी है. यह देश ही नहीं विश्व में भी पहचान बना चुकी है.
कई कंपनियों के अधिकारियों को ट्रेनिंग:टाटा स्टील ही नहीं बल्कि कई कंपनियों के अधिकारियों, सुपरवाइजरों और कर्मचारियों को यहां ट्रेनिंग दी जाती है. टाटा समूह की सभी कंपनियों के अधिकारियों और बेहतर प्रबंधकीय व्यवस्था कायम करने में टीएमडीसी ने अहम भूमिका निभायी है.
ठेका मजदूर प्रबंधन पर फोकस शुरू:टाटा स्टील और टाटा समूह की कंपनियों में ठेका मजदूरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसके बेहतर प्रबंधन पर काम शुरू किया गया है. दो दिवसीय सेमिनार सह ट्रेनिंग प्रोग्राम टीएमडीसी हॉल में शुरू कर दी गयी है.