शिवहरः पशुपालन विभाग के गौ विकास योजना के अंतर्गत फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र एवं इंश्योरेंस प्रमाण पत्र का गोरखधंधा बेरोक टोक जारी हैं. इसमें सीतामढ़ी के बिचौलिया सक्रिय हैं. यह शिवहर जिला के पशुपालकों को गुमराह कर फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत करता है. उक्त बिचौलिया सीतामढ़ी जिला के भ्रमणशील पशु चिकित्सक के फर्जी पैड एवं हस्ताक्षर अंकित कर स्वास्थ्य प्रमाण पत्र निर्गत करता हैं. इसमें शिवहर के पशुपालकों से करीब एक लाख रुपये तक की उगाही की गयी है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब गुरुवार को सीतामढ़ी का एक बिचौलिया पशु चिकित्सा कार्यालय श्यामपुर के दो किसानों के कागजात के साथ पहुंचा. प्रारंभिक जांच में भ्रमणशील पशु चिकित्सक डॉ अनिल कुमार को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र फर्जी लगा.
उन्होंने उक्त बिचौलिया से पूछताछ शुरू कर दी तो सुशील कुमार श्रीवास्तव नामक बिचौलिया ने स्वीकार किया कि वह भ्रमणशील पशु चिकित्सक, सीतामढ़ी के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर स्वास्थ्य प्रमाण पत्र निर्गत किया हैं. डॉ अनिल ने बताया कि उसने बिचौलिया की आवाज टेप कर ली हैं. वही सभी प्रमाण पत्र को भी जब्त कर लिया हैं. बिचौलिया स्थिति को देखते हुए भागने में सफल रहा. प्रथम दृष्टया इंश्योरेंस का कागजात भी फर्जी लगता हैं. जांच की जा रही हैं. कहा कि इंश्योरेंस के पेपर बजाज एलियांज जेनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा जारी किया गया हैं, जिसमें मवेशी का रंग व उम्र कहीं भी अंकित नहीं हैं.
बिचौलिये इंश्योरेंस कंपनी व किसान को चुना लगा रहे हैं. डेथ क्लेम का भुगतान इंश्योरेंस फर्जी होने की स्थिति में नहीं हो सकेगा. कहा कि शिवहर पशु चिकित्सक कार्यालय बिचौलिया पर नजर रख रहा हैं. सीतामढ़ी जिला में भी फर्जी प्रमाण पत्र के माध्यम से इंश्योरेंस कंपनी, पशुपालन विभाग एवं बैंक को धोखा देने की बात सामने आ सकती हैं. डॉ अनिल ने बताया कि शिवहर में दो पशु चिकित्सक पशु स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करते हैं. इसमें पिपराही, पुरनहिया एवं शिवहर प्रखंड का प्रभार डॉ अनिल कुमार एवं तरियानी पशु चिकित्सा केंद्र में पदस्थापित पशु चिकित्सक डॉ शैलेंद्र कुमार तरयानी एवं डुमरी कटसरी का पशु स्वास्थ्य प्रमाण पत्र निर्गत कर सकते हैं. सीतामढ़ी भ्रमणशील पशु चिकित्सकप्रमाण पत्र जारी नहीं कर सकते हैं. इंश्योरेंस मुख्य रूप से न्यू इंडिया, यूनाइटेड, नेशनल, डी ओरियंटल एवं बजाज एलियांज द्वारा की जा रही हैं.
इधर, सीतामढ़ी के भ्रमणशील पशु चिकित्सक डॉ जीवछ नारायण यादव ने बताया कि श्यामपुर के किसानों के साथ शिवहर के किसानों को उनके द्वारा प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया हैं. उन्होंने कहा कि बिचौलिया ने स्वीकार किया हैं कि वह स्वयं फर्जी प्रमाण पत्र बना रहा हैं. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए. मामले की जांच जरूरी हैं.