भागलपुर: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के आह्वान पर सोमवार को आहूत भागलपुर बंद का आंशिक असर रहा. पार्टी कार्यकर्ताओं ने घूम-घूम कर शहर की दुकानों को बंद कराया. सुबह के वक्त रेलवे स्टेशन पहुंच कर करीब 45 मिनट तक विक्रमशिला एक्सप्रेस को रोके रखा.
बाद में स्टेशन अधीक्षक व जीआरपी थाना प्रभारी द्वारा उनकी मांगों को डीआरएम के माध्यम से रेल मंत्री तक पहुंचाने के आश्वासन पर कार्यकर्ता पटरी से हटे . कार्यकर्ताओं ने मदनीनगर, चंपानगर से जुलूस निकाल कर बाजार बंद कराया.
जुलूस नाथनगर मार्केट को बंद कराते हुए स्टेशन चौक पहुंचा. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बाजार की दुकानें बंद करायी. यही नहीं इन रास्तों में पड़ने वाले एक्सिस बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, सिंडिकेट बैंक आदि को भी बंद कराया. हालांकि कार्यकर्ताओं के हुजूम के जाते ही पुन: दुकानें खुल गयी.
मौके पर हुई सभा में प्रदेश सचिव अमन खान ने कहा कि यदि चुनाव से पहले दंगा पीड़ितों को क्षतिपूर्ति मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. सुजीत लाल ने कहा कि राज्य सरकार पिछड़ों के साथ-साथ अल्पसंख्यकों व दलितों का भी शोषण कर रही है. अंत में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मो खालिद हुसैन ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की दोहरी नीतियों के कारण दंगा पीड़ितों का पुनर्वास, क्षतिपूर्ति मुआवजा सिख दंगा की तर्ज पर नहीं दिया गया. इस मौके पर ओम भास्कर, चिंटू दत्ता, नूर आलम, प्रकाश दास, सुमन, मुख्तार आलमगीर, जुनैद फिरोज, अंजार आजम, बिंदेश्वरी मंडल आदि भी उपस्थित थे.