रांची : झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने को लेकर यहां राजनीति गर्मा गयी है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने आज दावा किया कि झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग सबसे पहले उनकी पार्टी ने ही उठाया था और राष्ट्रीय विकास परिषद् की पिछली दो बैठकों में तो तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने इस मामले को बहुत जोर से उठाया था लेकिन कांग्रेस की केंद्र सरकार ने उसे गंभीरता से नहीं लिया. दास ने कहा कि भाजपा ने झारखंड के निर्माण से लेकर इसके हक तक की लड़ाई हर मंच पर पूरी शिद्दत से लड़ी है.
दूसरी ओर कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेश सिन्हा ने भाजपा और उसके सहयोगी दलों पर झारखंड के बुरे आर्थिक हालात के लिए निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब झारखंड का निर्माण हुआ था तो केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारें भाजपा की थीं, ऐसे में उसने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया. झारखंड विकास मोर्चा और आज्सू ने तो राज्य को विशेष राज्य का दर्जा न दिये जाने पर दो मार्च को राज्य बंदी का ही आह्वान किया है. भाकपा माले लिबरेशन के अकेले विधायक विनोद सिंह ने सभी दलों पर झारखंड के साथ राजनीति करने और इसके हितों को छोड़कर अपने हितों के लिए काम करने का आरोप लगाया.