रांची: 240 करोड़ रुपये की रांची शहरी जलापूर्ति योजना (बचा हुआ काम) से संबंधित निविदा को दूसरी बार स्थगित करते हुए री-टेंडर करने का फैसला लिया गया है. निविदा समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया.
जानकारी के अनुसार दूसरी बार की निविदा में सिर्फ एक ही कंपनी नागाजरुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनसीसीएल) क्वालिफाइ कर पायी.
इसकी वजह से अक्तूबर 2013 से शुरू की गयी निविदा प्रक्रिया को और आगे बढ़ाये जाने का फैसला लिया गया. पेयजल और स्वच्छता विभाग ने रांची शहरी जलापूर्ति के लिए 12 फरवरी तक आवेदन मंगाये थे. इसमें एनसीसीएल, त्रिवेणी ग्रुप, एसपीएमएल, मेघा इंजीनियरिंग लिमिटेड ने आवेदन दिया था. एनसीसीएल को छोड़ अन्य सभी कंपनियां तकनीकी रूप से क्वालिफाइ नहीं कर पायी. इससे पहले 31 जनवरी तक मंगाये गये आवेदन में भी एनसीसीएल ने ही क्वालिफाइ किया था.
यह योजना जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत क्रियान्वित की जा रही है. जून 2013 तक ही योजना में काम हो पाया. काम की धीमी गति को देखते हुए पीएचइडी ने संवेदक कंपनी आइवीआरसीएल को काली सूची में डाल दिया और शेष कार्य की निविदा निकालने का निर्णय लिया. तब से इस योजना में कोई काम नहीं हो पाया है. इस योजना के पूरा होने पर पांच लाख की आबादी को पीने का पानी मिल पाता.