कोलकाता. बस किराया बढ़ाने और अन्य मांगों को लेकर बुधवार को बस मालिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने धर्मतल्ला में 12 घंटे का अनशन किया. इसमें ज्वायंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट, मिनी बस को-ऑर्डिनेशन कमेटी, ऑल बंगाल बस-मिनी बस वेलफेयर एसोसिएशन सहित अन्य एसोसिएशनों ने भी हिस्सा लिया.
इस मौके पर ज्वायंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के सचिव साधन दास ने कहा कि पिछली बार वर्ष 2012 के अक्तूबर में राज्य सरकार ने किराया बढ़ाया और तब से अब तक 18 बार पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि की जा चुकी है, लेकिन बस किराया बढ़ाने के प्रति राज्य सरकार पूरी तरह उदासीन है. इसके साथ ही पुलिसिया अत्याचार, खुदरा पैसे की किल्लत सहित अन्य समस्याओं ने बस मालिकों की कमर तोड़ दी है.
बस मालिक नुकसान में सिर्फ समाजसेवा के लिए ही बस चला रहे हैं. राज्य सरकार अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो बाध्य होकर उनको आंदोलन का रुख अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन शुरू करने से पहले सभी यूनियन के प्रतिनिधि आपस में बैठक करेंगे और उसके बाद आगे की रूपरेखा तैयार की जायेगी.