दरभंगाः डीएमसीएच प्रशासन व आंदोलनरत नर्सो के बीच टकराव की नौबत है. कोई भी कदम पीछे करने के मूड में नहीं हैं. प्रशासन मुख्यालय के आदेश पर नर्सेस क्वार्टर को खाली कराने पर आमदा है. वहीं नर्से मांगों को लेकर अधीक्षक कार्यालय पर डेरा डाले हुए है. परिचारिका संघ का साफ कहना है कि नर्सो के निलंबन को वापस लेने, वार्डो में शौचालय निर्माण व कमरों को नर्सो के नाम से जबतक आवंटित नहीं किया जायेगा आंदोलन चलता रहेगा. इस टकराव से अधीक्षक कार्यालय में दूसरे दिन भी काम-काज ठप रहा.
निश्चेतना विभाग के कर्मी आये मगर मासिक विवरणी जमा नहीं कर सके. कई चिकित्सक भी वहां पहुंचे लेकिन बैरंग लौट गये. वहीं दिनभर में प्रशासन से कोई भी हड़ताली नर्सो व कर्मियों से मिलने नहीं आया. महकमा एकदम अपने रूख पर कायम है.वरीय नर्सो को आवास आवंटन की कवायद भी शुरू हो रही है. इस बीच गायनिक वार्ड से यशमीन खातून को खून की जरूरत पड़ी. कोई भी परिजन खून देने की स्थिति में नहीं था. ननद कौशर खानम खून का इंतजाम कर देने की फरियाद लेकर अधीक्षक से मिलने पहुंची मगर निराश लौट गयी. डाटा इंट्री आपरेटरों को महीनों से वेतन के लाले पड़े हैं. एक आपरेटर ने बताया कि 34 महीनों से वेतन नहीं मिलने से फाकाकशी की नौबत है.
आंदोलन उग्र करने की चेतावनी
इससे पूर्व तीसरे दिन भी आंदोलनरत परिचारिका संघ की अध्यक्ष रेणु कुमारी, गोपगुट के राज्य परिषद सह मधुबनी जिला सचिव सुदिष्ट नारायण झा, सचिव विजय लक्ष्मी, संजय कुमार झा, अजय कुमार, संतोष कुमार उर्फ गुड्डू पासवान, मनोज कुमार मंडल, बलराम कुमार, प्रकाश कुमार राम, अनिल राम, मृद़ला, अरविंद कुमार झा, विमला, माण्डवी ने सभा में कहा कि डीएमसीएच प्रशासन सम्मानजनक समझौता के मूड में नहीं है. अब भूख हड़ताल शुरू किया जायेगा.
जरूरत पड़ी तो करेंगे कार्रवाई
डीएमसीएच के प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ एसएन सिन्हा ने कहा कि वरीय नर्सो को क्वार्टर आवंटन की कार्रवाई शुरू हो रही है. अवैध तरीके से रह रहीं नर्सो को खाली करने का आदेश बार-बार दिया जा रहा है.खाली नहीं होने की स्थिति में आगे की कार्रवाई करेंगे.