-शिक्षा मंत्री और झारखंड वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा की बैठक-
रांचीः शिक्षा मंत्री और झारखंड राज्य वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा के प्रतिनिधियों की वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल सका. रविवार को शिक्षा मंत्री के आवास पर हुई वार्ता में शिक्षा मंत्री के अलावा मानव संसाधन विकास विभाग के पदाधिकारी भी उपस्थित थे. मोरचा के रघुनाथ सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री ने मोरचा की अधिकांश मांगों पर अपनी सहमति जतायी, लेकिन इंटर कॉलेजों के अधिग्रहण के मामले पर कोई सहमति नहीं बन पायी.
मोरचा की ओर से ग्रेडिंग हो चुके इंटर कॉलेजों में से ए ग्रेड प्राप्त कॉलेजों के अधिग्रहण, बी ग्रेड के कॉलेजों को घाटा अनुदान देने व सी ग्रेड के कॉलेजों की अनुदान राशि बढ़ाने की मांग की गयी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री की सहमति के बाद इसकी घोषणा की जायेगी. मोरचा के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में लिखित आश्वासन देने की मांग की.
उल्लेखनीय है कि राज्य के इंटर कॉलेज, स्थापना अनुमति उच्च विद्यालय, मदरसा व संस्कृत विद्यालय के शिक्षक 12 फरवरी से हड़ताल पर हैं. मोरचा की ओर से कहा गया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि आगे भी वार्ता जारी रखने की बात कही गयी. अगले चरण की वार्ता एक-दो दिनों में शुरू होगी.
वार्ता में सरकार की ओर से शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव के अलावा मानव संसाधन विकास विभाग के प्रधान सचिव के विद्या सागर, माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय विलुंग , शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव विजय कुजूर, मोरचा की ओर से रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, मुस्तफा काजमी, अरविंद कुमार सिंह, विजय कुमार झा, नरोत्तम सिंह व अन्य शामिल हुए.