रांची: सिविल सजर्न कार्यालय, रांची में कई लिपिक 20 वर्षो से जमे हुए हैं. जबकि मुख्यमंत्री सचिवालय ने इन्हें हटाने का निर्देश स्वास्थ्य सचिव को दिया था. झारखंड चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह से मिल कर इन कर्मचारियों को हटाने का अनुरोध किया था. इसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय ने स्वास्थ्य सचिव को उक्त निर्देश दिया था.
संघ ने स्वास्थ्य सचिव व निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य पर उक्त फाइल लटकाने का आरोप लगाया है. इसकी सूचना भी संघ के पदाधिकारियों ने आठ फरवरी को मुख्यमंत्री को दी थी.
संघ के जिला सचिव आशुतोष कुमार सिंह ने अब इसे लेकर आंदोलन करने की बात कही है. गौरतलब है कि प्रभात खबर ने 27 दिसंबर को इस मुद्दे से संबंधित खबर छापी थी. इसमें पांच से लेकर 20 वर्षो से जमे 23 लिपिकों की सूची प्रकाशित की गयी थी. इससे पहले दिसंबर 2012 में विधानसभा में भी इस संबंध में सवाल पूछे गये थे. इधर, इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की.