केशव कुमार सिंह
औरंगाबाद : जिले से स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी अपने पास के यदि कांडों का चार्ज दिये बगैर चले जाते हैं तो बिना स्पष्टीकरण पूछे ही निलंबित कर दिया जायेगा. यह निर्देश पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने जारी किया है.
एसपी ने सभी पुलिस अवर निरीक्षकों, थानाध्यक्षों व स्थानांतरित दारोगा को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है कि जिन पुलिस पदाधिकारियों का स्थानांतरित जिले से दूसरे जिले व एक थाना से दूसरे थाने में किया गया है, वे नये स्थानों पर योगदान देने से पहले अपने पास लंबित रहे कांडों का पूरा अनुसंधान कर वह तैनात पुलिस पदाधिकारी को ही चार्ज देकर जायेंगे. यदि स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी इस आदेश का अनुपालन नहीं करते हैं तो उनसे कोई स्पष्टीकरण नहीं पूछा जायेगा. शिकायत मिलने पर सीधे निलंबित कर दिये जायेंगे.
एसपी ने कहा है कि दारोगा अपने लंबित कांडों का चार्ज वहां के थानाध्यक्ष को सौपेंगे. वहीं जिन थानाध्यक्षों का स्थानांतरण हुआ है वे अपने पास के लंबित कांडों का चार्ज संबंधित सर्किल इंस्पेक्टर को सौपेंगे. इसके बाद इंस्पेक्टरों को कहा गया है कि संबंधित थानों के थानाध्यक्ष को अपने लंबित कांडों को सौंप कर जा सकते हैं, ताकि थाने में दर्ज कांड की प्रक्रि या में गतिरोध नहीं आये.
बताते चलें कि पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा ने मगध प्रक्षेत्र के डीआइजी बच्चू सिंह मीना के निर्देश पर नौ थानाध्यक्षों को दूसरे जिले में स्थानांतरित किये हैं. वहीं तीन थानाध्यक्षों को एक अनुमंडल से दूसरे अनुमंडल के थानों में भेजा गया है.
इसके अलावा लगभग तीन दर्जन दारोगा को विभिन्न थानों से अरवल जिले भेजा गया है. एसपी द्वारा इस तरह के जारी किये गये निर्देश से पुलिस पदाधिकारियों के पसीने छूटने लगे हैं. स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी हर हाल में कांड को पूर्ण रूप से तैयार कर सौंपने की कोशिश में लगे हुए हैं, और पूरी मेहनत से डायरी को पूरा करने में लगे हैं.