गया: बिहार चिकित्सा एवं जन-स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की राज्य कार्यकारिणी ने बोधगया प्रखंड कमेटी को भंग करने की कार्रवाई को स्थगित कर दी है. साथ ही, इस मामले की जांच तीन सदस्यीय कमेटी से कराने का निर्णय लिया है. जांच रिपोर्ट आने व राज्य कमेटी द्वारा अंतिम निर्णय लिये जाने तक पुरानी कमेटी को कार्य करते रहने का निर्देश दिया गया है. इस बाबत राज्य कमेटी के महामंत्री विश्वनाथ सिंह द्वारा पत्र भी निर्गत किया गया है. हालांकि, जिला मंत्री चितरंजन सिंह ने इस संबंध में कोई पत्र प्राप्त नहीं होने की बात कही है.
संघ के बोधगया प्रखंड कमेटी की बैठक गत 13 जनवरी को उपाध्यक्ष प्रीति रंजन प्रसाद की अध्यक्षता हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से कमेटी को भंग कर इंदू कुमारी को संयोजिका व सात लोगों को उप संयोजक बनाया गया था. इस असंवैधानिक कार्रवाई की सूचना बोधगया शाखा मंत्री राजीव कुमार अखौरी ने 15 जनवरी को राज्य कमेटी को दी थी.
दो फरवरी को राजगीर में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक में इस पर चर्चा हुई. इसमें कहा गया कि किसी भी कमेटी को भंग करने का संवैधानिक अधिकार सिर्फ राज्य कमेटी को है. निर्णय लिया गया कि मामले की जांच तीन सदस्यीय कमेटी से करेगी तब तक पुरानी कमेटी को बरकरार रखा जाये.