नयी दिल्ली: हरियाणा से कांग्रेस सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने आज पार्टी के साथ अपना 35 पुराना रिश्ता खत्म कर लिया और कल वह भाजपा में शामिल होंगे.संप्रग की पहली सरकार में मंत्री रहे सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि कांग्रेस की विचारधारा बदल चुकी है और ‘निजी हितों’ को ध्यान में रखकर नीतियां बनाई जा रही हैं. गुड़गांव से लोकसभा सदस्य 63 वर्षीय सिंह ने कहा कि वह भाजपा में शामिल होंगे क्योंकि उनके और इस पार्टी के विचारों में समानता है.
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजने के बाद कहा, ‘‘मैं लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा. परंतु अब उसकी विचारधारा वह नहीं है जो पहले हुआ करती थी.’’ हरियाणा में चार बार विधायक रह चुके सिंह ने कहा कि कांग्रेस पहले गरीबों और शोषितों के हितों का ध्यान रखती थी, ‘लेकिन अब कांग्रेस की नीतियां निजी हितों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं.’ पूर्व केंद्रीय मंत्री राव बीरेंद्र सिंह के पुत्र इंद्रजीत सिंह पिछले साल सितम्बर में उस समय विवाद में आए थे जब उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा के भूमि सौदों को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी. सिंह ने कहा कि भाजपा नेता नरेंद्र मोदी देश को स्थिरता मुहैया कराने तथा महंगाई और गरीबी जैसी समस्याओं का निवारण करने में सक्षम हैं.