मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय पीजी में सेमेस्टर सिस्टम को लागू करने के बाद अब स्नातक में इसे लागू करने की तैयारी में है. इसको लेकर कवायद शुरू हो गयी है.
प्रति कुलपति डॉ नीलिमा सिन्हा ने इसको लेकर कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये है. प्रति कुलपति का निर्देश मिलते ही परीक्षा विभाग इसकी तैयारी में जुट गयी है. इससे बीआरए बिहार विवि के प्रत्येक वर्ष करीब एक लाख छात्र-छात्रओं को फायदा होगा. विवि अधिकारियों के मुताबिक स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद साल में एक परीक्षा के बदले दो परीक्षाएं होगी.
स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए छात्रों को छह परीक्षाएं देने पड़ेंगे. इसके लिए उन्हें परीक्षा शुल्क भी दोगुना लगेगा. छह-छह माह पर होने वाले परीक्षा को लेकर तैयारी भी उसी अनुपात में करने पड़ेंगे. विवि ने सभी विभागाध्यक्ष को स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के लिए सिलेबस को तैयार करने को कहा है. सिलेबस तैयार होने के बाद इसे सिलेबस कमेटी की बैठक से पास करायी जायेगी. इसके बाद एकेडमिक व सिंडिकेट से पास कराने के बाद लागू करने पर विचार होगा. प्रति कुलपति ने बताया कि यदि इस साल स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम नहीं लागू होता है तो यूजीसी से मिलने वाले ग्रांट पर संकट है. इसको देखते हुए इसे लागू करना अति आवश्यक हो गया है.