पुलिस के लिए सिरदर्द बने अपराधी
औरंगाबाद(कोर्ट) : मुन्ना सिंह हत्याकांड के 14 अपराधियों को जेल भेजने के बाद अभी पुलिस चैन की सांस ले ही रही थी कि मंगलवार को शराब व्यवसायी रामप्रवेश सिंह हुई लूट ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी. पुलिस मान कर चल रही थी कि जिले से लूट व छिनतई करने वाले गिरोह का खात्मा हो गया है. बारुण के सहसपुर गांव के रहनेवाले रामप्रवेश सिंह के बयान पर प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है.
प्राथमिकी में व्यवसायी ने कहा है कि वह बारुणगंज निवासी अपने दोस्त विनोद कुमार सिंह के साथ औरंगाबाद स्थित उत्पाद विभाग के कार्यालय में शराब की बंदोबस्ती के लिए आवेदन देने जा रहे थे. रायपुरा मोड़ एवं बटाने पुल के बीच एक बाइक पर सवार तीन सशस्त्र अपराधियों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी.
इसके बाद शस्त्र का भय दिखा कर उनकी बाइक, डिक्की व पैकेट में रखे कुल 3 लाख 10 हजार एवं दो मोबाइल लूट कर औरंगाबाद गए. सभी अपराधियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच की थी.
उन्होंने लूट की सूचना मुफस्सिल थाना को दी. थानाध्यक्ष दल-बल के साथ पहुंचे नंदकिशोर सिंह ने छानबीन में बाइक को बरामद कर लिया है.
इधर, व्यवसायी से लूट की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मुफस्सिल थाने की पुलिस गहनपूर्वक जांच-पड़ताल में जुटी गयी है. कई बिंदुओं पर जांच चल रही है. हालांकि, पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी बताने से परहेज की है, लेकिन इतना तो तय है कि जिले में अभी भी लूट व छिनतई गिरोह सक्रिय है जो पुलिस के दावे को गलत ठहरा रहे थे.