पटना: बिहार की 23 चाय दुकानों पर बुधवार को लोग चाय दुकानदारों व नरेंद्र मोदी के बीच वार्तालाप तो सुनेंगे ही, मोबाइल नंबर 7878782014 पर फोन कर कोई भी उनसे सवाल भी कर सकेगा. यही नहीं,‘इंडिया कैग. ओआरजी. चाय पर चर्चा’ मेल कर भी सवाल किया जा सकता है. चाय पर चर्चा का सीधा प्रसारण डीटीएच के स्पेशल चैनल पर किया जायेगा.
मोबाइल, फोन और नेट पर पूछे गये लोगों के सवालों को भाजपा संकलित करेगी, जिसका हर संभव जवाब नरेंद्र मोदी देंगे. कल दो घंटे तक इस तकनीक के माध्यम से वे लोगों से सीधे संपर्क में रहेंगे. चाय पर चर्चा का लाइव टेलीकास्ट न देख पाने वाले लोग इससे वंचित न रह जाये, इसका भी प्रबंध कैग की टीम ने किया है. चाय पर चर्चा का फोन पर भी लोग लुत्फ उठा पायेंगे. लोगों को इसके लिए मोबाइल नंबर 7878782014 पर रिंग करना होगा.
साथ ही उन्हें अपने डाक विभाग का पिन कोड नंबर भी देना होगा. पिन कोड के आधार पर उस सीमा में जहां कहीं चाय पर चर्चा होगी, उसका उन्हें लाइव फोन पर सुनने का मौका मिलेगा. नरेंद्र मोदी ने सवाल पूछने के लिए मोबाइल एप्लिकेसन का भी प्रबंध किया गया है. कोई भी मोबाइल नंबर 7878782014 पर एसएमएस कर नरेंद्र मोदी से क्षेत्र की समस्याओं, उम्मीदवार या भाजपा की कार्ययोजना पर उनसे सवाल पूछ सकता है.
लगाये जा रहे टीवी सेट : 23 चाय दुकानों पर चाय पर चर्चा का नजारा दिखाने के लिए टीवी सेट लगाये जा रहे हैं. वीडियोकॉन ने इसके लिए अपने टीवी सेट व अन्य उपकरण मुहैया कराये हैं. बिहार में पटना और मुजफ्फरपुर की सिर्फ दो चाय दुकानदारों की ही नरेंद्र मोदी से सीधी वार्ता होगी. नरेंद्र मोदी से सीधे संवाद के लिए दोनों दुकानों पर टू-वे कैमरे लगाये जा रहे हैं. सभी चाय दुकानों को भाजपा ने अपने स्तर पर ‘चाय पर चर्चा, नमो के साथ’ लिखा मोदी की तसवीर वाला बैनर मुहैया कराया है. चाय दुकानों पर लोगों को पैसे दे कर चाय पीनी होगी. कार्यक्रम के संयोजक संजय कुमार राय ने बताया कि कुछ चाय वालों ने मुफ्त चाय देने का भी प्रस्ताव दिया है.
मोदी को कहूंगा, बुला लीजिए गुजरात
चाय बेचनेवाले गोपाल प्रसाद यादव को बुधवार को नरेंद्र मोदी से बात करने का मौका मिलेगा. पटना में वैसे तो मोदी से चाय पर चर्चा 15 दुकानों पर होगी, लेकिन सीधी बात उनकी गोपाल यादव से ही होगी. इसको लेकर गोपाल खासे उत्साहित हैं. गोपाल कहते हैं, मैं तो उनसे आग्रह करूंगा कि मुङो गुजरात बुला लें. वहां के बच्चों को तैरना सिखाऊंगा. गोपाल 1990 से नयाटोला में नेशनल तैराकी टी-स्टॉल चला रहे हैं. उन्होंने तीन रुपये कप चाय बेचनी शुरू की थी. आज पांच रुपये कप बेच रहे हैं. तैराकी में उन्होंने कई मेडल जीते हैं. नन मैट्रिक गोपाल को कहीं कोई नौकरी न मिलने का मलाल है. शुरू-शुरू में उन्होंने नौकरी के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
अपनी दुकान पर उन्होंने लालू प्रसाद को भी कई बार चाय पिलायी है. वे उनके पास भी नौकरी मांगने गये थे, किंतु निराशा हाथ लगी. वे चाय दुकान चला कर अपने दो बेटे और एक बेटी की परवरिश कर रहे हैं. उनका बेटा भी चाय दुकान में ही काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि सिर्फ मुङो नहीं, बल्कि देश के करोड़ों दबे-कुचले लोगों को नरेंद्र मोदी से उम्मीदें हैं. जब वे मुझ जैसे अदना चाय दुकानदार से बात कर सकते हैं, तो दूसरे गरीबों की भी वे फिक्र करने में पीछे नहीं रहेंगे.