रांची: विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने एक बार फिर अपनी सुरक्षा वापस कर दी है. उन्होंने हाउस गार्ड को भी वापस कर दिया है. उनके पीएस रामधन चौधरी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दे दी है.
जाम में फंसा था काफिला, इसलिए थे नाराज : आठ फरवरी को उनका काफिला हरमू में जाम में फंस गया था. बताया जाता है कि इससे वह नाराज हैं. स्पीकर सोमवार को सिर्फ दो अंगरक्षक लेकर गिरिडीह गये हैं.
प्रोटोकॉल का पालन नहीं होता है : उन्होंने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा : अफसरों के सामने विधायिका की कोई गरिमा नहीं है. यहां विधायिका का कोई सम्मान नहीं है. शासन प्रणाली का कोई सिस्टम ही नहीं है. स्पीकर का कोई प्रोटोकॉल ही नहीं है, तब 20 सिपाही लेकर क्या करेंगे.
28 सुरक्षाकर्मी तैनात थे
स्पीकर की सुरक्षा में स्पेशल ब्रांच के तीन पुलिसकर्मी और जैप के 2/8-2/8 जवान तैनात थे. रांची स्थित आवास की सुरक्षा में भी 1/4 का जवान तैनात था.
पहले भी लौटायी थी
गिरिडीह में स्कॉट नहीं होने से स्पीकर ने पहले भी सुरक्षा लौटा दी थी. बाद में सीनियर पुलिस अफसरों के अनुरोध पर उन्होंने सुरक्षा ले ली थी.
चंपई को चाहिए सुरक्षा में एके-47
परिवहन मंत्री चंपई सोरेन के पीएस राजेश कुमार बरवार ने जैप-एक के कमांडेंट को पत्र लिखा है. कहा है कि मंत्री पर खतरा है. उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों को इनसास राइफल उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने जवानों को एके -47 राइफल उपलब्ध कराने का आग्रह किया है.