गुमला : वार्ड नंबर चार में एक जनवितरण प्रणाली दुकान और तीन महिला मंडल आमने-सामने हो गयी. मात्र एक दुकान के लिए तीन दावेदार. दुकान किस महिला मंडल को दिया जाये, यह मामला काफी पेचीदा बन गया. बाद में गुमला एसडीओ के आदेश पर वार्ड में ग्रामसभा कराया गया. जिसमें सर्वसम्मति से मतदान कराने का निर्णय लिया गया.
कहा गया कि सर्वाधिक मत प्राप्त करने वाली महिला मंडल को जनवितरण प्रणाली दुकान चलाने की जिम्मेवारी दी जायेगी. निर्णय के अनुसार सोमवार को बीडीओ सह सीओ अलका कुमारी व वार्ड पार्षद बसंत कुमार उरांव सहित वार्ड के कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति में आकांक्षा महिला मंडल, माता महिला मंडल व शक्ति महिला मंडल के लिए गुप्त मतदान हुआ. मतदान होने के बाद काफी हो-हंगामा भी हुआ. माता महिला मंडल व शक्ति महिला मंडल ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. मतगणना भी नहीं होने दी.
बीडीओ सह सीओ अलका कुमारी व वार्ड पार्षद बसंत कुमार उरांव का विरोध करने वाली महिला मंडल की महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा. कई बार तू-तू-मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हुई. इन दोनों महिला मंडल के पदाधिकारियों का कहना था कि दुकान चलाने के लिए हमेशा आकांक्षा महिला मंडल को दिया जाता है. इसलिए इस बार किसी और महिला मंडल को दुकान चलाने की जिम्मेवारी दी जाये. मतदान में भी काफी गड़बड़ी हुई है. बोगस वोट डाला गया है. इस मामले को निबटाने में सुबह से शाम हो गया. अंत में वार्ड नंबर चार के चेटर विकास समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों को मामला सुलझाने के लिए बुलाया गया.
सभी लोगों के आपसी समझौते के बाद मतगणना हुई. मतदाताओं ने कुल 415 मत किया. जिसमें आकांक्षा महिला मंडल को 250 मत, शक्ति महिला मंडल को 91 और माता महिला मंडल को 64 मत प्राप्त हुआ. वहीं 10 मत रद्द कर दिया गया. बीडीओ ने बताया कि अब जनवितरण प्रणाली दुकान चलाने की जिम्मेवारी आकांक्षा महिला मंडल को दिया जायेगा.