नयी दिल्ली : सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने आज कहा कि ह्यसांठगांठ वाला भ्रष्टाचारह्ण और लोगों में अपनी इच्छा से रिश्वत देने की प्रवृति इस बुराई से लड़ने वाली संस्थाओं के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रही है.
सिन्हा ने कहा, जब हम भ्रष्टाचार की बात करते हैं तब ध्यान समीकरण के दूसरे तरफ हो जाता है. यह लोक अधिकारियों से जुड़ा होता है जो अपने कार्यालय का उपयोग निजी फायदे के लिए करते हैं. अक्सर आपूर्ति पक्ष पर कम ध्यान होता दिया जाता है.
भ्रष्टाचार निरोधक, वित्तीय अपराध और आस्तियों की वसूली पर इंटरपोल के सातवंे वैश्विक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीबीआई के निदेशक ने कहा, जो लोग रिश्वत देते हैं, उन्हें कई बार मासूम पक्ष, लोक सेवकों के जबरन वसूली करने वाले कृत्यों के पीडि़त के रूप में पेश किया जाता है.
एजेंसी स्पेक्ट्रम, लौह अयस्क और कोयला जैसे प्राकृतिक संसाधनों को कथित तौर पर पार्टियों को आवंटित किये जाने से जुड़े कई हाइप्रोफाइल अपराधों की जांच कर रही है.