कुछ दिनों पहले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने एक बयान दिया था कि 15 फरवरी तक राज्य में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विधालयों में टेट पास उम्मीदवारों की नियुक्ति पूरी कर ली जायेगी.
इस संबंध में विभाग और मंत्री को निर्देश दिये गये हैं. अगर तय समय तक नियुक्ति नहीं होती है तो उसका जिम्मेवार मैं होऊंगा. उनका यह बयान सिर्फ अतिउत्साह में दिया गया भाषण था क्या? क्योंकि शिक्षा विभाग की स्थिति देखकर तो कतई नहीं लगता कि विभाग नियुक्ति लेने के लिए कोई प्रयास भी कर रहा है.
तो क्या केंद्रीय मंत्री अपने बयान से यहां के बेरोजगार और नौकरी की आस लगाये छात्रों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं? मंत्री जी को सिर्फ बयान भर नहीं देना चाहिए, उन्हें ईमानदारी से कोशिश करानी चाहिए जिससे जरूरतमंद लोगों को जल्द से जल्द नौकरी मिल सके.
आनंद कुमार, कोलेबिरा