कोलकाता: मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड के दोषियों को सजा देने व पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर टैक्सी चालकों के संगठनों ने राज्यपाल एमके नारायणन से न्याय की फरियाद की. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) व कोलकाता टैक्सी वर्कर्स यूनियन (सीटू) के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राजभवन जाकर राज्यपाल के विशेष सचिव को ज्ञापन सौंपा.
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव व कोलकाता टैक्सी वर्कर्स यूनियन (सीटू) के महासचिव रघुनाथ पांडेय कर रहे थे. इनमें कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के अध्यक्ष एकराम खान, संयुक्त सचिव प्रवीर दास, दिलीप महतो, अवनीत शर्मा व हीरा पासवान के अतिरिक्त कोलकाता टैक्सी वर्कर्स यूनियन (सीटू) के श्री पांडेय के साथ-साथ दिलीप कुमार पाल भी शामिल थे.
उल्लेखनीय है कि संगठन की ओर से 20 फरवरी को विधाननगर कमीशनरेट के घेराव की धमकी दी गयी है. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने आरोप लगाया किथाना पुलिस अधिकारी ने पीड़िता के पिता को न केवल थाने में बहुत देर तक बैठा कर रखा, बल्कि उन्हें धमकी दी कि यदि वह पाड़िता का अंतिम संस्कार करने नहीं देते हैं, तो उन्हें कोलकाता में टैक्सी चलाने नहीं दिया जायेगा. उन्हें बिहार जाना होगा.
बिहार सरकार की प्रशंसा
उन्होंने कहा कि तत्काल पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की जाये. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार व तृणमूल नेताओं की भूमिका की भी आलोचना की. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की पहल की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा दायर चाजर्शीट पूरी तरह से सही नहीं है. इसमें पीड़िता का डाइंग स्टेटमैन नहीं लिया गया है. इस चाजर्शीट की रिव्यू कर फिर से दाखिल की जाये. कोलकाता टैक्सी वर्क्स यूनियन (सीटू) के महासचिव रघुनाथ पांडेय ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह का बयान देने पर पुलिस अधीक्षक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाये. उन्होंने दुष्कर्म के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की.