मुजफ्फरपुर : विद्युत निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं की समस्या कम होने के बजाय और बढ़ती ही जा रही है. खपत के विपरीत उपभोक्ताओं को बिल भेजा जा रहा है. इससे उपभोक्ताओं के बीच रोष व्याप्त है. प्रभात खबर को फोन कर उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ कई शिकायतें सुनाई. कई जगहों पर मीटर रीडिंग के लिए तीन महीनों से कोई आया ही नहीं. शिकायत दर्ज कराने के बाद भी उपभोक्ताओं की सुधि नहीं ली जाती.
रामदयालु नगर स्थित जेनिथ पेट्रोल पंप मुहल्ला निवासी महेश कुमार की मानें तो बिजली सुधार के नाम पर एक महीने का ग्यारह हजार का बिल भेजा जाता है. 400 यूनिट के एवज में 1127 यूनिट का हिसाब आता हैं. 1994 में ही बिजली कटवा चुके मुरौल के सुमन कुमार झा को 2014 का बिल भेजा जा रहा है. श्री झा तो डीएम के दरबार में भी शिकायत कर चुके हैं.